नई दिल्ली। भारतीय कुश्ती संघ की नई कार्यकारी को भंग किए जाने के ऐलान के बाद अपना पदमश्री सम्मान वापस लौटाने वाले रेसलर बजरंग पूनिया ने अपने सम्मान को वापस लेने का ऐलान किया है। चुनाव के विरोध में कुश्ती छोड़ने वाली साक्षी मलिक की मां ने खेल मंत्रालय के फैसले का स्वागत करते हुए कहा है कि फेडरेशन में अब चरित्रहीन नहीं बल्कि चरित्रवान लोग आगे लाये जाने चाहिए।
आपको बता दें कि रविवार को तेजी के साथ घटे बड़े घटनाक्रम के अंतर्गत केंद्रीय खेल मंत्रालय द्वारा रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया की नई कार्यकारी को भंग करने के ऐलान के मामले का स्वागत करते हुए चुनाव के विरोध में कुश्ती छोड़ने वाली साक्षी मलिक की मां सुदेश मलिक ने कहा है कि कुश्ती फेडरेशन में अब चरित्रहीन नहीं बल्कि चरित्रवान लोग आगे लाये जाने चाहिए।
उन्होंने कहा है कि कुश्ती छोड़ने का ऐलान करने वाली उनकी बेटी साक्षी मालिक अब कुश्ती छोड़ने के फैसले पर दोबारा विचार कर सकती है। उधर पदमश्री सम्मान लौटाने वाले रेसलर बजरंग पूनिया ने कहा है कि पहलवान तिरंगे के लिए खून पसीना बहाते हैं। सैनिकों एवं खिलाड़ियों से ज्यादा मेहनत कोई नहीं करता है। हम पहलवानों को देशद्रोही कहा गया, जबकि हम देशद्रोही जैसे नहीं है। हमें पुरस्कार मिला है हम उसे वापस ले सकते हैं।