नोएडा। औद्योगिक शहर नोएडा में बंदरों का आतंक बढ़ गया है। बंदर बच्चों और महिलाओं को काट रहे हैं। बंदरों की बढ़ती संख्या से लोग घरों में कैद रहने को मजबूर हैं। औद्योगिक के साथ ही आवासीय सेक्टरों में बंदरों का झुंड हर समय घूमता रहता है जो कारों में तोड़फोड़, घरों में घुसकर उत्पात मचाना, पौधों को नुकसान पहुंचाना उनकी आदत में सुमार हो गया है।
नोएडा के सेक्टर-63ए में इन दिनों बंदरों के आतंक के कारण निवासियों में असुरक्षा व भय का माहौल है। जिसपर त्वरित कार्रवाई किये जाने की मांग निवासियों ने नोएडा प्राधिकरण से की है। आरडब्ल्यूए अध्यक्ष व उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार प्रतिनिधिमंडल नोएडा के वरिष्ठ महामंत्री मनोज भाटी ने एक बयान में कहा है कि सेक्टर-63ए में बंदरों के आतंक से न केवल सेक्टरवासियों की दिनचर्या को प्रभावित हो रही है, बल्कि यहां रहने वाले लोगों के बीच भय और असुरक्षा का माहौल भी उत्पन्न कर दिया है।
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उन्होंने बंदरों द्वारा उत्पन्न होने वाली समस्याओं के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि बंदर नियमित रूप से पानी की पाइपलाइनों को तोड़ देते हैं, जिससे पानी की आपूर्ति प्रभावित होती है और निवासियों को गंभीर असुविधा का सामना करना पड़ता है। बंदर बच्चों को काटने के लिए दौड़ते हैं, जिससे वे घर से बाहर खेलने में डरते हैं और मानसिक तनाव का सामना करते हैं। उन्होंने बताया कि बंदर घरों से सामान उठा कर ले जा रहें हैं, जिससे निवासियों को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है। आरडब्ल्यूए अध्यक्ष ने बताया कि बंदरों के आक्रामक व्यवहार के कारण कई बार लोगों के चोटिल होने की घटनाएं हो चुकी हैं, जो क्षेत्रवासियों के लिए एक गंभीर सुरक्षा जोखिम है।
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उन्होंने कहा कि उपरोक्त समस्या के समाधान के लिए स्थानीय स्तर पर प्रयास किए गए हैं, लेकिन प्राधिकरण द्वारा अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं। यहां स्थिति इतनी गंभीर हो चुकी है कि अब इसे तत्काल और प्रभावी तरीके से निपटने की आवश्यकता है।
आरडब्ल्यूए अध्यक्ष ने नोएडा प्राधिकरण और जिला प्रशासन से मांग करते हुए कहा है कि क्षेत्र में बंदरों को पकड़ने और उन्हें सुरक्षित स्थान पर भेजने के लिए विशेष टीम को तैनात किया जाए।निवासियों को बंदरों से बचने के उपायों के बारे में जागरूक किया जाए, ताकि लोग सही तरीके से खुद को सुरक्षित रख सकें।