नई दिल्ली। अडाणी समूह के बारे में अमेरिकी वित्तीय रिसर्च कंपनी हिंडनबर्ग की शोध रिपोर्ट के बाद शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव जारी है। हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के असर से अडाणी समूह के शेयर 20 फीसदी तक टूटे हैं। अडाणी समूह ने इस रिपोर्ट के बाद 413 पन्नों में अपनी प्रतिक्रिया दी। हिंडनबर्ग ने इसके बाद फिर पलटवार किया है।
अडाणी समूह की कंपनियों के शेयरों में सोमवार को शुरुआती कारोबार में मिला-जुला रुख देखने को मिला है। अडाणी एंटरप्राइजेज का शेयर 10 फीसदी चढ़ गया, जबकि समूह की कई अन्य कंपनियों के शेयरों में नुकसान जारी था। कारोबार के दौरान बीएसई सेंसेक्स पर अडाणी टोटल गैस का शेयर 20 फीसदी तक टूटा। वहीं, अडाणी ग्रीन एनर्जी 18.99 फीसदी, अडाणी पावर 5 फीसदी, अडाणी विल्मर पांच फीसदी और एनडीटीवी के शेयर पांच फीसदी तक फिसल गए।
देश के सबसे अमीर शख्स गौतम अडाणी की अगुवाई वाले अडाणी समूह ने अमेरिकी कंपनी हिंडनबर्ग रिसर्च के आरोपों के जवाब में रविवार को 413 पृष्ठ की प्रतिक्रिया जारी की थी। इसके बाद आज हिंडनबर्ग ने अपने आरोपों पर कायम रहते हुए कहा कि अडाणी समूह धोखाधड़ी को राष्ट्रवाद से ढंक नहीं सकता। हिंडनबर्ग के पलटवार के बाद अडाणी समूह के शेयर 20 फीसदी तक टूट गए। हालांकि, अडाणी एंटरप्राइजेज का शेयर 10 फीसदी प्रतिशत चढ़ गया और अडाणी पोर्ट्स में 10 फीसदी की तेजी आई है। इसके बावजूद समूह की कंपनियों के बाजार पूंजीकरण में 4.17 लाख करोड़ रुपये की गिरावट आई है।
उल्लेखनीय है कि हिंडनबर्ग रिसर्च ने 106 पन्नों की एक रिपोर्ट प्रकाशित की थी, जिसमें अडाणी समूह में कई गंभीर अनियमितताओं के दावे किए गए थे। हिंडनबर्ग ने पलटवार करते हुए अडाणी समूह के इस आरोप को भी खारिज कर दिया है कि उसकी रिपोर्ट भारत पर हमला है। हिंडनबर्ग ने कहा है कि ‘धोखाधड़ी’ को राष्ट्रवाद या उसमें लिपटी प्रतिक्रिया से प्रभावित नहीं किया जा सकता है।