शामली। जनपद में बच्चो को लेकर हुए विवाद में जमकर लाठी डंडे और धारदार हथियार चलने का मामला सामने आया है। जिसमें दो महिलाओं सहित चार लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। आरोप है की उक्त मामले में पुलिस भी एकतरफा कार्यवाही कर रही है। जिसके चलते पीड़ितो ने तहसील दिवस में पहुंचकर एसपी से न्याय गुहार लगाई है।
आपको बता दें कि थाना कैराना क्षेत्र के मोहल्ला इस्लामनगर निवासी आशु व उसके परिजन घायल अवस्था में कलेक्ट्रेट पहुंचे। जहा उन्होंने कलेक्ट्रेट में आयोजित सम्पूर्ण समाधान दिवस में एसपी को एक शिकायती पत्र सौंपते हुए बताया कि बीती 16 नवंबर को उसका छोटा भाई अन्य बच्चो के साथ मोहल्ले में ही खेल रहा था। जहा उसका कुछ बच्चो से किसी बात को लेकर विवाद हो गया। जिसके बाद अन्य बच्चो के परिजन लाठी डंडे लेकर इकट्ठा होकर आशु के घर पहुंचे।
आरोप है की वहा दबंगों ने घर में मौजूद एक वृद्ध के साथ गाली गलौज करते हुए लाठी डंडों से मारपीट की। जब पीड़ित व्यक्ति की मां अपने ससुर को बचाने आई तो उसके साथ भी मारपीट की गई साथ ही गलत नीयत से दबोचा भी गया। जिसकी शिकायत तत्काल पुलिस को की गई थी लेकिन पुलिस ने कोई कार्यवाही नहीं की। जिसके चलते आरोपियों के हौंसले बुलंद हो गए और करीब आधा दर्जन दबंगों ने एक बार फिर लाठी डंडों,धारदार हथियारों और देशी तमंचे से लैस होकर पीड़ित के घर फिर से हमला बोल दिया। जहा दबंगों ने घर में मौजूद महिलाओं और पुरषों पर धारदार हथियारों से हमला कर लहूलुहान कर दिया।
जिसमें दो महिलाओं सहित चार लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। आरोप है की इतना कुछ होने के बावजूद भी पुलिस ने पीड़ितो को गिरफ्तार कर लिया। जिन्हे छोड़े जाने के नाम पर हल्का इंचार्ज के द्वारा चालीस हजार रूपए की मांग की गई साथ ही फैसले का दबाव भी बनाया गया। आरोप है की पुलिस आरोपियों से मिली हुई है जिसके चलते उल्टा पीड़ितो पर ही कार्यवाही की जा रही है। जहा पीड़ितो ने एसपी से इंसाफ की गुहार लगाई है। जहा एसपी ने पीड़ितो को जांच के उपरांत उचित कार्यवाही किए जाने का आश्वासन दिया है।