रायपुर। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने बुधवार को उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में हुई भगदड़ पर दुख जताया। उन्होंने कहा कि जिन लोगों की भी इस भगदड़ में जान गई है, “भगवान उनकी आत्मा को शांति दें”। मुख्यमंत्री ने यहां एक प्रेसवार्ता में कहा कि प्रयागराज में 144 साल बाद हुए महाकुंभ के दौरान यह हादसा हुआ है। छत्तीसगढ़ सरकार ने वहां राज्य के श्रद्धालुओं के लिए विशेष पवेलियन बनाया है, जो साढ़े चार एकड़ में फैला है। वहां श्रद्धालुओं के लिए आवास, भोजन, नाश्ता और पानी की निःशुल्क व्यवस्था की गई है। उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से भी सुरक्षा और अन्य व्यवस्थाएं चाक-चौबंद हैं।
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मुख्यमंत्री ने प्रयागराज में हुई भगदड़ पर दुख जताते हुए कहा, “इस घटना में कई लोग घायल हुए हैं। लेकिन, अभी तक किसी भी छत्तीसगढ़ी श्रद्धालु के हादसे का शिकार होने की कोई सूचना नहीं है। हम भगवान से प्रार्थना करते हैं कि जो भी दिवंगत हुए हैं, उनकी आत्मा को शांति मिले।” इसके अलावा, उन्होंने धान खरीद को लेकर भी अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि धान खरीदी का लक्ष्य पूरा हो चुका है। धान बेचने का समय 31 जनवरी तक निर्धारित है। पिछले साल के मुकाबले इस बार रिकॉर्ड धान खरीदी की जा चुकी है। सरकार को नहीं लगता कि तारीख बढ़ाने की आवश्यकता पड़ेगी, क्योंकि अभी तक इस विषय में कोई मांग नहीं आई है।
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प्रयागराज में हुई भगदड़ में मरने वालों के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी दुख व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी एक उच्च स्तरीय बैठक की। उन्होंने बताया कि फिलहाल हालात नियंत्रण में हैं। सीएम योगी ने श्रद्धालुओं से अपील की कि वे प्रशासन के निर्देशों का पालन करें और अफवाहों पर ध्यान न दें। लोग जिस भी घाट पर हैं, वहीं स्नान करें। संगम नोज पर स्नान जरूरी नहीं हैं, सभी श्रद्धालु वहां जाने से बचें। प्रयागराज में भीड़ का भारी दबाव है, इसलिए पहले श्रद्धालु स्नान करेंगे और उसके बाद ही संत स्नान करेंगे।”