नई दिल्ली। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने नई दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात कर उन्हें चारधाम यात्रा को लेकर की गई व्यवस्थाओं की जानकारी देते हुए यह बताया कि रिकॉर्ड संख्या में श्रद्धालु दर्शन करने के लिए आ रहे हैं। मुलाकात के दौरान मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री को केदारनाथ और बद्रीनाथ धाम का प्रसाद, गंगा तुलसी, गंगोत्री यमुनोत्री, अलकनंदा और मंदाकिनी के गंगाजल के साथ ही रुद्राक्ष की माला भी भेंट की। धामी ने प्रस्तावित इन्वेस्टर समिट के उद्घाटन के लिए प्रधानमंत्री से इसी वर्ष अक्टूबर या नवम्बर में अपना समय देने का भी अनुरोध किया।
दोनों नेताओं के बीच डेढ़ घंटे से भी अधिक समय तक चली बैठक में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्य के विकास से सम्बन्धित विभिन्न विषयों पर प्रधानमंत्री को जानकारी दी और केंद्र सरकार का सहयोग मांगा। जोशीमठ में केंद्र सरकार के सहयोग से राहत कार्य किए जा रहे हैं। प्रधानंमत्री ने जोशीमठ के संदर्भ में केंद्र सरकार की तरफ से हर संभव सहयोग के प्रति आश्वस्त किया।
मुख्यमंत्री ने मानसखण्ड के अन्तर्गत जागेश्वर धाम, आदि कैलाश, पार्वती सरोवर, ओम पर्वत के दर्शन, लोहाघाट में मायावाती आश्रम की यात्रा के साथ ही सीमान्त जनपद पिथौरागढ़ में जनसम्बोधन एवं विभिन्न विकास योजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास के लिए आने का भी प्रधानमंत्री से आग्रह किया।
मुख्यमंत्री ने राज्य में हवाई सेवाओं के त्वरित विकास हेतु भारत सरकार के नागरिक उड्डयन मंत्रालय में राज्य से सम्बन्धित मामलों के शीघ्र निस्तारण हेतु सम्बन्धित को निर्देशित करने का अनुरोध प्रधानमंत्री से करते हुए बताया कि कि देहरादून स्थित जॉलीग्रांट एयरपोर्ट के विस्तारीकरण हेतु 243 एकड़ भूमि का अधिग्रहण किया जा रहा है। पंतनगर एयरपोर्ट के विस्तारीकरण हेतु फीजिबिलिटी सर्वेक्षण किया जा चुका है। मुख्यमंत्री ने नैनी सैनी एयरपोर्ट का महानिदेशक नागरिक उड्डयन से लाइसेंस नवीनीकरण, एनटीआरओ से जॉलीग्रांट एयरपोर्ट के विस्तारीकरण हेतु अनापत्ति प्रमाण पत्र दिलवाए जाने का अनुरोध किया। देहरादून-पिथौरागढ़ – हिण्डन वायु सेवा और देहरादून हल्द्वानी- पिथौरागढ़ अल्मोड़ा हेलीकॉप्टर सेवा के सुचारू संचालन के लिए भी उन्होंने संबंधित व्यक्ति को निर्देश देने का आग्रह प्रधानमंत्री से किया।
धामी ने कहा कि राज्य में शहरी क्षेत्रों के विकास के अन्तर्गत लगभग 5 से 7 नये शहर विकसित करने का लक्ष्य रखा गया है, जिसमें प्रथम चरण में उधमसिंह नगर के अन्तर्गत किच्छा में स्थित 2 हजार एकड़ के पराग फार्म में शहर विकसित करने का प्रस्ताव है। इसके लिए आवास और शहरी मामलों के केंद्रीय मंत्रालय से एक हजार करोड़ रुपये की धनराशि उपलब्ध कराने का अनुरोध किया गया है। यह ग्रीन फील्ड सिटी रूद्रपुर से मात्र 15 किमी दूरी पर स्टेट हाईवे 47 पर होगी। मुख्यमंत्री ने ग्रीन फील्ड सिटी को विकसित करने के लिए अपेक्षित धनराशि अवमुक्त कराने का अनुरोध भी किया।