नोएडा। यूफ्लेक्स कंपनी में बीते मंगलवार से जारी आयकर विभाग की छापेमारी रविवार देर रात तक चली। आयकर विभाग के अधिकारी 12 गाड़ियों में भरकर दस्तावेज ले गए हैं, कड़ी सुरक्षा के बीच इन्हें रखा गया है।
आयकर विभाग के अधिकारियों के अनुसार इनकी जांच में लंबा समय लग सकता है। इसके अलावा 120 कंप्यूटरों की हार्ड डिक्स भी जब्त की गई है, और फॉरेंसिक टीम को भी जांच में लगाया गया है। कार्रवाई के दौरान आठ डायरिया जब्त की गई जिनमें कई कोड वर्ड मिले हैं। 6 दिन तक चली जांच के दौरान आयकर विभाग ने करीब 1500 करोड रुपए की गड़बड़ी पकड़ने का दावा किया है, जबकि करीब एक हजार करोड़ की बोगस ट्रांजैक्शन से जुड़े दस्तावेज जांच के घेरे में हैं।
मालूम हो कि आयकर विभाग की टीम ने मंगलवार सुबह देश के 8 राज्यों में 80 से ज्यादा ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की थी। रविवार देर रात तक नोएडा के 3 परिसरों में जांच जारी रही। आयकर विभाग की अधिकारियों के अनुसार इस छापेमारी में 900 से अधिक कर्मचारी और अधिकारियों को लगाया गया था। दिन-रात लगातार दस्तावेज खंगाले गए। बड़ी संख्या में अधिकारियों की टीम अभी भी जांच में जुटी है।
रविवार देर रात तक सभी जगहो पर जांच कर टीम वापस लौटने की बात अधिकारियों ने कही है। आयकर विभाग के सूत्रों के अनुसार जांच के दौरान 60 से अधिक सेल कंपनियों की जानकारी मिली है। इनके जरिए करीब 1000 करोड रुपए से अधिक रकम को इधर से उधर किया गया है। जांच के दौरान 8 ऐसे निम्न तबके परिवार मिले हैं जिनके नाम पर सेल कंपनियां खोलकर करोड़ों रुपए इधर से उधर किए गए हैं।
आयकर विभाग के अधिकारियों के अनुसार कंपनी और इसके अधिकारियों से जुड़े अलग-अलग शहरों में 28 बैंक लाकर को सील किया गया है। हालांकि इन्हे अभी खोला नहीं गया है। विभाग की टीम ने इस पूरी कार्रवाई के दौरान तीन करोड़ रुपए से अधिक नगद राशि जप्त की है। बताया जाता है कि 2 साल पहले जीएसटी की छापेमारी के दौरान आयकर चोरी के संकेत मिले थे। तभी से विभाग इस कार्रवाई को अंजाम देने की तैयारी में जुटा था। इस पूरे मामले में 150 से अधिक लोगों से पूछताछ की गई है।