नई दिल्ली। भारत और पाकिस्तान ने राजनयिक माध्यम से श्री करतारपुर साहिब कॉरिडोर पर समझौते की वैधता को पांच वर्ष की अवधि के लिए बढ़ाने पर सहमति व्यक्त की है।
विदेश मंत्रालय के अनुसार इस समझौते की वैधता के विस्तार से भारत से पाकिस्तान स्थित पवित्र गुरुद्वारा जाने वाले तीर्थयात्रियों के लिए कॉरिडोर का निर्बाध संचालन सुनिश्चित होगा।
इसके साथ भारत ने एक बार फिर पाकिस्तान से तीर्थयात्रियों पर कोई शुल्क या प्रभार नहीं लगाने का आग्रह किया है। पाकिस्तान प्रति तीर्थयात्री प्रति यात्रा 20 अमेरिकी डॉलर का सेवा शुल्क लगता है। इसे हटाने के लिए तीर्थयात्रियों निरंतर अनुरोध करते आ रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि गुरुद्वारा दरबार साहिब करतारपुर, नरोवाल, पाकिस्तान तक तीर्थयात्रियों की यात्रा को सुविधाजनक बनाने के लिए 24 अक्टूबर 2019 को पांच साल के लिए समझौता हुआ था।