लुसाका, जाम्बिया। जाम्बिया के केनेथ कौंडा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर सीमा शुल्क और खुफिया एजेंसियों की संयुक्त कार्रवाई में एक 27 वर्षीय भारतीय नागरिक को उस समय गिरफ्तार किया गया, जब वह कथित तौर पर 2.32 मिलियन अमेरिकी डॉलर (लगभग 17.07 करोड़ रुपये) नकद और करीब 500,000 डॉलर (लगभग 3.67 करोड़ रुपये) मूल्य के संदिग्ध सोने के साथ दुबई जाने की कोशिश कर रहा था। यह कार्रवाई शनिवार को जाम्बिया की ड्रग एन्फोर्समेंट कमीशन (DEC) और अन्य एजेंसियों के एक समन्वित अभियान के तहत हुई।
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डीईसी द्वारा जारी बयान के अनुसार, यह गिरफ्तारी एक बहु-एजेंसी टीम की सतर्कता का परिणाम है, जिसमें सीमा शुल्क, पुलिस और खुफिया इकाइयों ने मिलकर काम किया। संदिग्ध को उस समय रोका गया जब वह सुरक्षा जांच प्रक्रिया से गुजर रहा था। तलाशी के दौरान उसके सामान में बड़ी मात्रा में नकदी और सात संदिग्ध सोने के टुकड़े पाए गए।
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प्राथमिक जांच में सामने आया है कि आरोपी के पास न तो नकदी के स्रोत से जुड़े दस्तावेज थे, और न ही सोने की वैधता को प्रमाणित करने वाले कोई कागज़ात। अधिकारियों ने आशंका जताई है कि यह मामला मनी लॉन्ड्रिंग, विदेशी मुद्रा नियमों के उल्लंघन और अवैध तस्करी से संबंधित हो सकता है।
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डीईसी ने बताया कि मामले की गहन जांच शुरू कर दी गई है ताकि यह पता लगाया जा सके कि इतनी बड़ी मात्रा में नकदी और सोना कहां से आया और इसका गंतव्य क्या था। अधिकारियों को शक है कि आरोपी किसी अंतरराष्ट्रीय तस्करी नेटवर्क का हिस्सा हो सकता है।
इस घटना की जानकारी भारतीय दूतावास को दे दी गई है। आरोपी की पहचान, पृष्ठभूमि और आपराधिक इतिहास की जांच की जा रही है। जाम्बियाई अधिकारी भारतीय अधिकारियों के साथ समन्वय कर मामले की तह तक पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं।
केनेथ कौंडा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा अफ्रीका और मध्य पूर्व के बीच एक अहम हवाई मार्ग है और हाल के वर्षों में यह तस्करों के लिए आकर्षण का केंद्र बनता जा रहा है। नकदी, सोना और अन्य कीमती वस्तुओं की तस्करी के मामलों में वृद्धि को देखते हुए, जाम्बिया सरकार अब हवाई अड्डों और सीमाओं पर निगरानी और सुरक्षा उपायों को और कड़ा करने की योजना बना रही है।
डीईसी के प्रवक्ता ने कहा, “हमारे देश में अवैध तस्करी के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति है। यह गिरफ्तारी दिखाती है कि हमारी एजेंसियां सतर्क हैं और किसी भी अवैध गतिविधि को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। हम इस मामले की गहराई से जांच करेंगे और दोषियों को कानून के कठघरे में लाएंगे।”
गिरफ्तार भारतीय नागरिक को जल्द ही कोर्ट में पेश किया जाएगा, जहां उसके खिलाफ औपचारिक आरोप तय किए जाएंगे। अधिकारियों का मानना है कि यह मामला क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तस्करी विरोधी प्रयासों को और अधिक सशक्त करेगा।