नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को कहा कि देश का भविष्य इनोवेशन में निवेश से तय होगा और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) देश की अर्थव्यवस्था में सिर्फ कई लाख करोड़ रुपये जोड़ेगा नहीं, बल्कि लाखों रोजगार के अवसर भी पैदा करेगा। उन्होंने कहा कि केंद्रीय बजट में एआई से जुड़ी शिक्षा और रिसर्च को आगे बढ़ाने के लिए 500 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि देश में एआई क्षमता विकसित करने के लिए नेशनल लार्ज लैंग्वेज मॉडल स्थापित करने की योजना पर काम चल रहा है।
इसके अलावा प्रधानमंत्री ने निजी सेक्टर से आग्रह किया कि वह इस क्षेत्र में ग्लोबल स्तर पर आगे रहें। उन्होंने पोस्ट-बजट वेबिनार में कहा, “विश्व एक विश्वसनीय, सुरक्षित और लोकतांत्रिक राष्ट्र की प्रतीक्षा कर रहा है, जो किफायती एआई समाधान प्रदान कर सके।” उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि आज इस क्षेत्र में किए गए निवेश से भविष्य में महत्वपूर्ण लाभ प्राप्त होंगे। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप इकोसिस्टम बन गया है।” उन्होंने कहा कि इस बजट में स्टार्टअप को बढ़ावा देने के लिए कई उपाय किए गए हैं।
उन्होंने रिसर्च और इनोवेशन को बढ़ावा देने के लिए 1 लाख करोड़ रुपये के फंड को मंजूरी दिए जाने का जिक्र किया और कहा कि ‘डीप टेक फंड ऑफ फंड्स’ के माध्यम से उभरते क्षेत्रों में निवेश बढ़ेगा। प्रधानमंत्री ने आईआईटी और आईआईएससी में 10,000 रिसर्च फेलोशिप के प्रावधान के बारे में बताया, जिससे रिसर्च को बढ़ावा मिलेगा और प्रतिभाशाली युवाओं को अवसर मिलेंगे। फरवरी में भारत की अर्थव्यवस्था के बारे में अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) द्वारा की गई टिप्पणियों का हवाला देते हुए, पीएम मोदी ने कहा कि 2015 और 2025 के बीच भारत की अर्थव्यवस्था में 66 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है, जिससे यह 3.8 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बन गई है। प्रधानमंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि यह वृद्धि कई प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं से आगे है, और वह दिन दूर नहीं जब भारत 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बन जाएगा।