मेरठ। मेरठ एंटी करप्शन की टीम ने आज मेरठ के थाना अब्दुल्लापुर के रिश्वतखोर दरोगा को बीस हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया है।
विक्रम सिंह नाम के दरोगा पर आरोप है कि उसने इलाके के एक युवक से मारपीट के मुकदमे में नाम निकालने के लिए बीस हजार रुपए की रिश्वत मांगी थी। एंटी करप्शन के एक अधिकारी ने बताया कि एंटी करप्शन को शिकायतकर्ता अब्दुल्लापुर के रहने वाले इमरान चौहान ने सूचना दी थी कि एएसआई उससे रिश्वत मांग रहा है।
इमरान चौहान की शिकायत पर एंटी करप्शन की टीम ने जाल बिछा कर आरोपी दारोगा को गिरफ्तार कर लिया एंटी करप्शन की टीम ने दरोगा के खिलाफ सिविल लाइन थाने में तहरीर दी है। दरोगा के खिलाफ मुकदमे की कार्यवाही शुरू कर दी गई है।
पीड़ित इमरान चौहान ने मीडिया को बताया कि उसके बेटे का गांव के ही रईस कुरैशी नाम के व्यक्ति के बेटे से विवाद हो गया था। पुलिस ने रईस कुरैशी से सेटिंग कर इमरान चौहान के खिलाफ झूठा मुकदमा दर्ज कर दिया था। दरोगा विक्रम नें इमरान से मुकदमें में उसका नाम निकालने के लिए 20 हजार रुपए की रिश्वत मांगी।