मेरठ। खोई चेक बुक वापस करने के नाम पर 12 लाख रुपये की डिमांड करने वाले दो आरोपियों को पुलिस ने पकड़ लिया। समझौता कराने के नाम पर पीड़िता से दस हजार रुपए ले लिए। अब ट्रांसफर होने पर दरोगा रुपए लौटाना तो दूर पहचानने से इन्कार कर रहा है। पीड़िता ने मेडिकल थाने में शिकायत की लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। उसने एसएसपी कार्यालय पर तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की है।
आई ब्लॉक शेरगढ़ी निवासी रश्मि ने बताया कि उसका एक खाता पीएनबी की बिजौली स्थित शाखा में है। एक सितंबर 2022 को उसने चेक बुक खोने की सूचना थाने में दी। 15 सितंबर को मनोज नाम के युवक ने फोन किया और बताया कि उनकी चेक बुक उसके पास है। यदि चेक बुक वापस चाहिए तो 12 लाख रुपए देने होंगे। जब उन्होंने रुपये देने से मना कर दिया तो आरोपी ने चेक बाउंस का झूठा मुकदमा कोर्ट में डाल दिया। उन्होंने मेडिकल थाने में तहरीर दी। पुलिस ने दो आरोपियों को दबोच लिया और उन्होंने चेक बुक खुद के पास होने की बात स्वीकार कर ली।
रश्मि ने बताया कि जो दरोगा मामला देख रहे थे। उन्होंने समझौता करने की बात कही। कहा कि युवक उसे परेशान नहीं करेंगे और जल्द मुकदमा वापस लेकर चेकबुक लौटा देंगे। दरोगा ने समझौता कराने के नाम पर महिला से 10 हजार रुपए लिए। कई दिन चक्कर काटने पर समझौते की प्रति नहीं मिली। इसी बीच दरोगा का ट्रांसफर दूसरे थाने में हो गया।
यहां से दरोगा को किसी मामले में लाइन भेज दिया गया। अब वह पहचानने से भी इंकार कर रहा है और मुकदमा डालने वाले फिर से 12 लाख रुपए की मांग कर रहे हैं। पीड़िता ने एसएसपी के यहां शिकायत दर्ज कर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।