तेहरान। ईरान के पूर्वी प्रांत दक्षिण खुरासान में एक कोयला खदान में हुए विस्फोट में कम से कम 30 लोगों की मौत हो गई। हादसे में 17 लोग घायल हो गए।
ईरानी मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, प्रांतीय संकट प्रबंधन मुख्यालय के महानिदेशक मोहम्मद अली अखौंदी ने रविवार सुबह बताया कि तबास काउंटी में मदनजू कंपनी की खदान में शनिवार को स्थानीय समयानुसार रात करीब 9 बजे विस्फोट हुआ। एक सुरंग में मीथेन गैस की मात्रा बढ़ने की वजह से धमाका हुआ। अखौंदी ने कहा कि विस्फोट के समय घटनास्थल पर 69 खनिक काम कर रहे थे। ईरान के राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियन ने कहा कि उन्होंने फंसे हुए लोगों को बचाने और उनके परिवारों की मदद करने के लिए हरसंभव प्रयास करने का आदेश दिया है।
उन्होंने यह भी कहा कि घटना की जांच शुरू हो गई है। स्टेट मीडिया ने बताया कि यह दुर्घटना खदान के बी और सी ब्लॉक में मीथेन गैस के रिसाव के बाद विस्फोट के कारण हुई। दक्षिण खोरासान प्रांत के गवर्नर अली अकबर रहीमी ने रविवार को सरकारी टीवी को बताया, “देश को 76 प्रतिशत कोयला इसी क्षेत्र से मिलता है और इस क्षेत्र में करीब आठ से 10 बड़ी कंपनियां काम कर रही हैं, जिनमें मदनजू कंपनी भी शामिल है।” ईरान के रेड क्रिसेंट ने कहा कि खदान में खोज और बचाव अभियान जारी है। सरकारी न्यूज एजेंसी ईआरएनए ने स्थानीय अभियोजक अली नेसेई के हवाले से कहा कि ‘खदान में गैस के जमाव’ के कारण खोज अभियान मुश्किल हो गया है। इससे पहले अखौंदी ने जानकारी दी थी कि 40 टीमें बचाव अभियान में लगी हैं। इसमें 100 बचावकर्मी शामिल हैं। दो एम्बुलेंस बसें और 13 एम्बुलेंस मौके पर मौजूद हैं।
ईरान के खनन उद्योग में यह पहला हादसा नहीं है। पिछले साल, उत्तरी शहर दमघन में एक कोयला खदान में हुए विस्फोट में छह लोगों की मौत हो गई थी। स्थानीय मीडिया के अनुसार, यह धमाका भी संभवतः मीथेन गैस की वजह से हुआ था। मई 2021 में, उसी साइट पर दो खनिकों की मौत हो गई थी। 2017 में उत्तरी ईरान के आजाद शहर में हुए विस्फोट में 43 खनिकों की मौत हो गई थी। इस हादसे के बाद अधिकारियों के प्रति लोगों में गुस्सा भड़क उठा था।