यरूशलम। इजरायली रक्षा मंत्री योआव गैलेंट का कहना है कि यहूदी राष्ट्र ने हिजबुल्लाह के साथ संघर्ष के “नए चरण” में प्रवेश किया है। यह बयान ऐसे समय में आया है जब लेबनान में दो दिनों तक संचार उपकरणों में हुए विस्फोटों में 21 लोगों की मौत हो गई है जबकि सैकड़ों लोग घायल हुए हैं।
इजरायल ने इन घटनाओं की जिम्मेदारी नहीं ली है। समाचार एजेंसी शिन्हुआ के अनुसार, गैलेंट ने बुधवार को कहा कि इजरायल “संसाधनों, ऊर्जा और फोर्स का पुनर्वितरण करके उत्तर की ओर बढ़ रहा है।” उत्तरी इजरायल में एक सैन्य एयरबेस पर गैलेंट ने कहा, “हम युद्ध के एक नए चरण की ओर बढ़ रहे हैं – इसके लिए साहस, दृढ़ संकल्प और मजबूती की जरूरत है।” उन्होंने कहा कि लक्ष्य ‘उत्तर के लोगों को सुरक्षित रूप से उनके घरों में वापस लाना है।’
इससे एक दिन पहले इजरायली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू के सुरक्षा मंत्रिमंडल ने संघर्ष के उद्देश्यों को बढ़ाने का फैसला लिया। इस निर्णय का उद्देश्य विस्थापित इजरायलियों को सीमा क्षेत्रों में वापस लाना है। ये इलाके हिजबुल्लाह के साथ सीमा पार लड़ाई से प्रभावित हैं। गैलेंट ने सेना की तारीफ की, लेकिन लेबनान में हाल ही में हुए हमलों में इजरायल की कथित भूमिका पर कोई टिप्पणी नहीं की।
उन्होंने कहा, “आईडीएफ, शिन बेट, मोसाद और अन्य सभी संबंधित निकायों के साथ मिलकर बेहतरीन परिणाम हासिल कर रहा है।” लेबनानी अधिकारियों ने बताया कि दो दिनों में हजारों पेजर और हैंडहेल्ड रेडियो फट गए। इसमें बच्चों सहित कम से कम 21 लोगों की मौत हो गई और 3,000 से ज़्यादा लोग घायल हो गए।