यरुशलम। इजराइल के सुरक्षाबलों ने पिछले साल अक्टूबर से आतंकवादी संगठन हमास के पंजों में जकड़े अपने चार नागरिकों को भीषण लड़ाई के बाद आखिरकार मुक्त करा लिया। इजराइली सुरक्षा बलों को इसके लिए शनिवार को गाजा के नुसीरत शरणार्थी क्षेत्र में हमास से कड़ा संघर्ष करना पड़ा। इस कार्रवाई में 274 फिलिस्तीनी मारे गए। इस इलाके में बंधकों को मुक्त कराने के कई घंटे बाद तक लड़ाई जारी रही।
आईडीएफ (इजराइल डिफेंस फोर्सेज) की वेबसाइट में उपलब्ध विवरण में मुक्त कराए गए चारों बंधकों का फोटो भी जारी किया गया है। इनमें नोआ अर्गामानी (25), अल्मोग मीर जान (21), एंड्री कोजलोव (27) और श्लोमी जिव (40) शामिल हैं। आईडीएफ ने कहा है कि इनको हमास ने सात अक्टूबर 2023 को नोवा संगीत समारोह से अगवा कर लिया गया था। इजराइल ने कहा, आतंकी संगठन ने बंधकों को जानबूझकर आबादी वाले क्षेत्रों में रखा। इसका मकसद यह था कि उन्हें मुक्त कराने में बाधा आए। इजराइली एजेंसियों ने सुनियोजित तरीके से पूरी कार्रवाई को अंजाम दिया। उधर, हमास ने दावा किया है कि इजराइली कार्रवाई में तीन बंधक मारे गए जिनमें एक अमेरिकी नागरिक था।
गाजा के स्वास्थ्य विभाग ने दावा किया है कि मारे गए लोगों में 57 महिलाएं और 64 बच्चे हैं। इसके अतिरिक्त करीब 700 लोग घायल हुए हैं। इजराइल की सेना ने नुसीरत के अलावा दीर अल-बलाह शहर पर भी हमले किए हैं। उल्लेखनीय है कि इससे पहले फरवरी में भी बंधक बनाए गए दो इजराइली नागरिकों को मुक्त कराने की कार्रवाई में 74 फिलिस्तीनी मारे गए थे। इस समय इजराइल में चारों बंधकों की रिहाई का जश्न मनाया जा रहा है।