नई दिल्ली। भारत युवाओं का देश है। युवा ही देश के भविष्य हैं। उन्हें नशे से बचाना व उनकी ऊर्जा को राष्ट्र के निर्माण में लगाना हम सब का दायित्व है। यह बात प्रधानमंंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को गायत्री परिवार के देव संस्कृति विश्वविद्यालय की ओर से आयोजित अश्वमेघ यज्ञ के अवसर पर अपने संबोधन में कही।
प्रधानमंत्री ने कहा कि चुनाव के मौसम में इस कार्यक्रम में शामिल होने में शुरू में मैं संकोच कर रहा था, क्योंकि आम जन इसका राजनीतिक मतबल निकाल सकते हैं। लेकिन यज्ञ के उद्देश्य व इसकी भावना के आलोक में मुझे लगा कि इस कार्यक्रम में शामिल होना हमारा नैतिक कर्तव्य है।
प्रधानमंत्री ने कहा समाज की बेहतरी व उसकी उन्नति के लिए गायत्री परिवार की ओर से आयोजित हर कार्यक्रम मुझे प्रभावित करता रहा है। संस्था के संस्थापक आचार्य राम शर्मा व देवी भगवती की ओर से स्थापित मूल्यों व आदर्शों पर चलकर ही समाज का भला हो सकता है। देश के युवाओं को राष्ट्र निर्माण के लिए तैयार करने में गायत्री परिवार की भूमिका सराहनीय रही है। लेकिन सरकार व समाज की दूसरी संस्थाओं को भी इसमें अपनी भूमिका निभानी होगी।
प्रधानमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार ने देश के युवाओं को नशे से मुक्ति दिलाने के लिए एक अभियान छेेेड़़ रखा है। भारत नशा मुक्त अभियान मेें अब तक 11 करोड़ से अधिक युवा जुड़ चुके हैं। उन्होंने बताया कि युवाओं की ऊर्जा को राष्ट्र निर्माण में लगाने के उद्देश्य से उनकी सरकार ने अनेक कार्यक्रमों को शुरू किया है। युवाओं को खेल व विज्ञान प्रौेद्योगिकी से जोड़ने के लिए सरकार ने कई कदम उठाए हैं।
हाल ही में लॉन्च चंद्रयान का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि इस मिशन की सफलता ने युवओं में विज्ञान व प्रौेद्योगिकी केे प्रति एक क्रेज पैदा किया है। उन्होंनेे बताया कि युवाओं को खेेलों में अपनी प्रतिभा को दिखाने के लिए सरकार ने अनेक योजनाएं शुरू की है और इसका सकरात्मक परिणाम भी सामने आ रहा है। हमारे युवा दुनिया में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा रहे हैं।
प्रधानमंत्री ने युवाओं का भविष्य संवारने के लिए परिवार की भी भूमिका पर प्रकाश डाला। उन्होंंने कहा कि पारिवारिक मूल्यों व आदर्शों का सम्मान करके ही देश के युवाओं का भविष्य सुखद बनाया जा सकता है। पीम मोदी ने कार्यक्रम के आयोजन के लिए गायत्री परिवार को बधाई भी दी।