मॉस्को। रूस ने शनिवार को यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की की अमेरिका यात्रा को कीव शासन की ‘पूर्ण राजनीतिक और कूटनीतिक नाकामी’ करार दिया। मॉस्को की यह प्रतिक्रिया अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उपराष्ट्रपति जे.डी. वेंस के साथ ओवल ऑफिस में जेलेंस्की के सार्वजनिक टकराव के बाद आई। दो देशों के नेताओं के बीच हुई तीखी बहस ने पूरी दुनिया में सुर्खियां बटोरीं। रूसी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मारिया जखारोवा ने कहा, “रूसी पक्ष ने सभी स्तरों पर बार-बार कहा है कि वी.जेलेंस्की अनुपयुक्त, भ्रष्ट और समझौते पर पहुंचने में असमर्थ हैं। यह कीव शासन था जिसने दुश्मनी को जारी रखा।” जखारोवा ने कहा, “वाशिंगटन में अपने प्रवास के दौरान अपने बेहद असभ्य व्यवहार से वी. जेलेंस्की ने पुष्टि की है कि वह एक बड़े युद्ध को भड़काने वाले के रूप में विश्व समुदाय के लिए सबसे बड़ा खतरा हैं।” रूसी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने जेलेंस्की को एक ऐसा व्यक्ति बताया जो केवल उस शक्ति को बचाने के लिए जुनूनी है जिसे उसने हड़प लिया है।
उन्होंने कहा, “इस उद्देश्य के लिए, उन्होंने विपक्ष को नष्ट कर दिया, एक अधिनायकवादी राज्य का निर्माण किया, अपने लाखों साथी नागरिकों को निर्दयतापूर्वक मौत के घाट उतार दिया। वर्तमान राजनीतिक परिस्थितियों में, जो कीव शासन के लिए लगातार खराब होती जा रही हैं, यह व्यक्ति जिम्मेदारी की भावना दिखाने में असमर्थ है और इसलिए युद्ध जारी रखने और शांति को अस्वीकार करने के लिए जुनूनी है।” इससे पहले शुक्रवार को ओवल ऑफिस में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उप-राष्ट्रपति जे.डी. वेंस के साथ राष्ट्रपति जेलेंस्की की मुलाकात एक शोरगुल वाली तीखी बहस में बदल गई। अमेरिकी नेताओं ने जेलेंस्की पर उनकी टिप्पणियों के लिए व्हाइट हाउस और अमेरिका का अनादर करने का आरोप लगाया। वहीं यूक्रेनी राष्ट्रपति ने उन पर आक्रमण का शिकार होने की हताशा को महसूस नहीं करने का आरोप लगाया। दोनों पक्षों ने एक समझौते पर हस्ताक्षर नहीं किए। इस समझौते का उद्देश्य कीव के युद्ध प्रयासों में किए मदद के लिए यूक्रेन के दुर्लभ खनिज और अन्य प्राकृतिक संसाधनों के भंडार पर अमेरिका का अधिकार स्थापित करना था।