पलवल। राष्ट्रीय लोकदल के मुखिया जयंत चौधरी ने हरियाणा के अलावलपुर गांव में एक जनसभा को संबोधित करते हुए भाजपा प्रत्याशी कृष्ण पाल गुर्जर के पक्ष में लोगों से मतदान करने की अपील की। उन्होंने कहा कि केवल एनडीए ही किसानों का हितैषी है। जनसभा को संबोधित करते हुए जयंत चौधरी ने कहा कि आज देश में दो दल चुनाव लड़ रहे हैं, एक एनडीए और दूसरा इंडिया गंठबंधन। इंडिया गठबंधन में शामिल दलों में खिचड़ी पक रही है। मैं तो उस गठबंधन में शामिल रहा हूं, हमने भी कोशिश की थी कि कुछ बने, लेकिन वहां नेताओं में कोई मेल नहीं, संबंध नहीं दिखा, जिसके चलते मुझे अलग होना पड़ा, एनडीए का हिस्सा बनना पड़ा।
उन्होंने एनडीए को किसानों की हितैषी बताते हुए कहा कि भाजपा ने किसानों का मान बढ़ाने के लिए किसानों के मसीहा चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न देकर सम्मानित किया। उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी किसान, मजदूर की पार्टी है जो कई बार अपनी मांगों को लेकर सड़कों पर भी बैठी है, लेकिन अब समय है कि राजनीतिक ताकत को मजबूत कर सरकारों को मजबूत किया जाए, ताकि किसानों को सबसे आगे रखा जा सके। लोगों से अपील करते हुए उन्होंने कहा कि 25 मई को मतदान करने अवश्य जाएं और किसी के बहकावे में न आएं।
भाजपा प्रत्याशी कृष्णपाल गुर्जर को अपना वोट देकर भारी बहुमत से जीताकर पीएम मोदी के हाथ मजबूत करना है, ताकि किसानों के हाथ मजबूत हो सके। उन्होंने कहा कि वोट देने से पहले ख्याल कर लेना कि आपके नेता और किसानों के मसीहा चौधरी चरण सिंह को जो सम्मान मिलना चाहिए था, वह पीएम नरेंद्र मोदी ने ही दिया है। आज तक किसी ने इसकी जरूरत नहीं समझी। यहां की जनता वैसे तो समझदार है, क्योंकि 2014 में भाजपा को जिताया और 2019 में उससे भी अधिक मतों से जिताया, जिससे लगता है इस बार यहां की जनता सभी रिकॉर्ड तोड़ देगी।
उन्होंने कहा कि बंगाल में एक कांग्रेस के नेता ने कहा है कि यदि कांग्रेस को वोट नहीं देनी तो टीएमसी को मत देना, चाहो तो भाजपा को ही दे देना। वहीं, टीएमसी की नेता कहती हैं कि हम इंडिया गठबंधन को बाहर से समर्थन करेंगे, लेकिन दूसरे दिन कहती है, नहीं हम तो इंडिया गठबंधन के ही हिस्सा हैं। जब उनसे पूछा जाता है कि प्रधानमंत्री कौन होगा तो वह इस पर बोलने से बचते हैं, क्योंकि इंडिया गठबंधन में सभी प्रधानमंत्री हैं, कोई किसी की सुनता ही नहीं। आज मोदी सरकार के शासन में दुनिया के निवेशक बिजनेस करने के लिए भारत आना चाहते हैं। हमें छोटे उद्योगों को बढ़ावा देना है ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों को रोजगार मिल सके।