नई दिल्ली। हिंदुस्तान आवाम मोर्चा के प्रमुख जीतनराम मांझी ने मोदी सरकार से अलग होने की अफवाहों पर विराम लगा दिया। बुधवार को स्पष्ट कर दिया कि उनके खिलाफ किसी तरह की साजिश नहीं हो रही है। उन्होंने कहा, ” अगर मेरे खिलाफ कोई साजिश करेगा भी तो हम उसके नतीजे भुगतने के लिए तैयार हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने हम पर जो भरोसा जताया है, वो बहुत बड़ी बात है।
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जब एक व्यक्ति जो पहली बार चुनाव जीत कर आता है, उसे एमएसएमई जैसा महत्वपूर्ण विभाग सौंपा जाता है, तो ये एक बड़ी जिम्मेदारी है। हमें नरेंद्र मोदी जी पर पूरा भरोसा है, और हम उनके साथ हैं।” बिहार के पूर्व सीएम ने विधानसभा चुनाव को लेकर चल रही तैयारियों का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा, “बिहार में हम अपनी ताकत दिखाएंगे मैंने मीडिया से ऐसा कुछ नहीं कहा। मैं अपने कार्यकर्ताओं से कहता हूं कि आप ही हमारी ताकत हैं। झारखंड में हमारी ताकत का सही इस्तेमाल नहीं हुआ, अगर हमारी मदद ली जाती तो एनडीए को ज्यादा सीटें मिल सकती थीं। दिल्ली में भी मैंने इस बारे में बात की थी। लेकिन वहां भी हमारी मदद नहीं ली गई।
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अगर हमें एक सीट मिलती तो हमारे कार्यकर्ताओं का उत्साह बढ़ता और हम ज्यादा मेहनत करते। हमारी मदद से एनडीए को फायदा होता। लेकिन, हमारी बात नहीं मानी गई। वहीं, उनसे जब पूछा गया कि क्या आप झारखंड में एनडीए की हार से दुखी हैं, तो उन्होंने कहा कि हम दुखी नहीं हैं, लेकिन हमें अफसोस है कि झारखंड में एनडीए हार गई। अगर हम और मेहनत करते तो शायद यह स्थिति नहीं आती।
हम भगवान से प्रार्थना करते हैं कि एनडीए की सरकार बने और अगर मुझे मदद की जरूरत पड़ी तो मैं हमेशा सहयोग देने के लिए तैयार हूं। उन्होंने बिहार चुनाव के बारे में भी साफ किया कि कोई नया विकल्प नहीं होगा। हम सब मिलकर तय कर चुके हैं कि बिहार का नेतृत्व नीतीश कुमार जी के पास रहेगा, क्योंकि उनका काम बहुत सराहनीय है। हम भी 44 साल से उनके साथ काम कर रहे हैं और उनका नेतृत्व ही बिहार के लिए सबसे अच्छा है। –