बेंगलुरु। कर्नाटक के भाजपा विधायक वी. सुनील कुमार ने मंगलवार को कहा कि वह राज्य के सभी ‘कार सेवकों’ की एक सूची तैयार करेंगे। साथ ही उन्होंने कांग्रेस सरकार को चुनौती दी कि अगर उसके पास ताकत है तो वह उन्हें गिरफ्तार करके दिखाए।
बेंगलुरु में मीडिया से बात करते हुए वरिष्ठ भाजपा नेता और पूर्व राज्य मंत्री ने कहा, ”22 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा अयोध्या में राम मंदिर के उद्घाटन की उम्मीद से पूरा देश खुशी से झूम रहा है। लेकिन, मुख्यमंत्री सिद्दारमैया कार सेवक श्रीकांत पुजारी को गिरफ्तार करवाकर दुर्भाग्य ला रहे हैं।”
उन्होंने कहा, ”मैंने भी कारसेवा की। केवल रावण ही भगवान राम का विरोधी नहीं था… सीएम सिद्दारमैया भी राम के दुश्मन हैं। यदि सिद्दारमैया की हिंदुत्व के प्रति निष्ठा है, तो 22 जनवरी को सभी मुजराई विभाग के मंदिरों में विशेष पूजा का आयोजन करें। दत्त पीठ सहित, इस कांग्रेस सरकार को राज्य के 100 मंदिरों को 100 करोड़ रुपये की धनराशि प्रदान करने दीजिए। अयोध्या में जहां राम मंदिर का निर्माण हो रहा है, वहीं अन्य जगहों पर भी हजारों करोड़ रुपये खर्च कर विकास कार्य हो रहे हैं।”
वी सुनिल कुमार ने कहा कि काशी विश्वनाथ मंदिर में एक गलियारा बनाया गया है और लाखों भक्त मंदिर के दर्शन कर रहे हैं। मध्य प्रदेश के उज्जैन में, महाकाल मंदिर का पुनर्विकास किया गया है और बड़ी संख्या में भक्त वहां आ रहे हैं। मंदिर पर्यटन और आध्यात्मिकता इस देश की नींव हैं।
बीजेपी नेता ने यह भी कहा कि कर्नाटक के मंदिरों में विकास कार्य कराना राज्य सरकार की जिम्मेदारी है। यह सरकार अल्पसंख्यकों के विकास के लिए 10,000 करोड़ रुपये आवंटित करने की तत्परता दिखा रही है और इसके लिए एक खाका तैयार कर रही है। मंदिरों के निर्माण और पुनर्विकास के लिए भी उतनी ही तत्परता दिखाने की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि मैं सिद्धारमैया से प्रधानमंत्री मोदी के आह्वान के अनुसार 22 जनवरी को अपने परिवार के सदस्यों के साथ अपने आवास पर पांच दीये जलाने का अनुरोध करता हूं। उनके मंत्रिमंडल के सहयोगी भी ऐसा करें और दुनिया को दिखाएं कि भगवान हनुमान की भूमि, कर्नाटक, अयोध्या में राम मंदिर के उद्घाटन के लिए तैयार है।
इस बीच, पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता बसवराज बोम्मई ने भी कहा है कि यह बेहद निंदनीय है कि राम मंदिर के उद्घाटन के अवसर पर एक कार सेवक को गिरफ्तार करने के लिए जानबूझकर 30 साल पुराने मामले को फिर से खोला गया है।
बोम्मई ने सवाल किया, “कांग्रेस अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण को पचा नहीं पा रही है। ऐसे समय में जब देश जश्न मना रहा है, हिंदू कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी के पीछे क्या मंशा है?”
पूर्व मंत्री और वरिष्ठ बीजेपी नेता बी. श्रीरामुलु ने भी कर्नाटक सरकार पर हिंदू विरोधी होने का आरोप लगाया है।