बेंगलुरु। कर्नाटक सरकार के कैबिनेट मंत्री सतीश जरकीहोली ने खुद को हनीट्रैप में फंसाने और उनकी छवि धूमिल करने का आरोप लगाया। भारतीय जनता पार्टी के विधायक सी.टी. रवि ने गुरुवार को उनके आरोप की जांच करने की मांग की। कांग्रेस नेता सतीश जरकीहोली के हनीट्रैप में फंसाने वाले आरोप पर सी.टी. रवि ने समाचार एजेंसी आईएएनएस से कहा, “सतीश जरकीहोली कोई आम आदमी नहीं, बल्कि कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं कर्नाटक सरकार के मंत्री हैं। उन्होंने आरोप लगाया है कि कुछ लोग प्लान करके करीब 20 साल से हनीट्रैप में फंसाने की कोशिश कर रहे हैं। इसकी जांच होनी चाहिए। अगर जांच होगी तो सच्चाई बाहर आएगी।” बिजली की कीमतों में 36 पैसे प्रति यूनिट की बढ़ोतरी करने पर भाजपा विधायक ने निशाना साधा। उन्होंने कहा, “कर्नाटक में कांग्रेस सरकार आने और सिद्दारमैया के मुख्यमंत्री होने के बाद 16 चीजों पर टैक्स बढ़ाने का काम किया है। अभी सिर्फ हवा पर टैक्स देना बाकी है।
अगर कोई उन्हें सुझाव देगा तो वह हवा पर भी टैक्स लगा सकते हैं।” बता दें कि कर्नाटक विद्युत विनियामक आयोग (केईआरसी), एक वैधानिक निकाय ने गुरुवार को बिजली की कीमतों में 36 पैसे प्रति यूनिट की वृद्धि की, जिससे राज्य में कांग्रेस के नेतृत्व वाली सरकार और विपक्षी भाजपा के बीच तीखी बहस छिड़ गई। भाजपा ने कांग्रेस पर महंगाई की चिंताओं को नजरअंदाज करते हुए केवल तुष्टिकरण पर ध्यान केंद्रित करने का आरोप लगाया है। जवाब में, कांग्रेस ने कहा है कि बिजली की कीमतों में वृद्धि से 85 प्रतिशत आबादी पर कोई असर नहीं पड़ेगा, क्योंकि उन्हें गृह ज्योति योजना के तहत 200 यूनिट तक मुफ्त बिजली मिलती है। इससे पहले भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बी.वाई. विजयेंद्र ने टिप्पणी की, “जब से शापित कांग्रेस के नेतृत्व वाली सरकार सत्ता में आई है, तब से लोगों के लिए उसका एकमात्र योगदान महंगाई है। यही एकमात्र गारंटी है जिसे उन्होंने लागू किया है। हम इस मुद्दे पर लंबे समय से चर्चा कर रहे हैं। महंगाई ने गरीबों को बुरी तरह प्रभावित किया है, और महिलाएं सबसे ज्यादा पीड़ित हैं।”