Wednesday, April 16, 2025

समान नागरिक संहिता समय की मांग, इसके न होने से देश को बड़ा नुकसान हुआ : कविंदर गुप्ता

जम्मू। जम्मू-कश्मीर में भारतीय जनता पार्टी के नेता कविंदर गुप्ता ने समान नागरिक संहिता (यूसीसी) को लेकर मंगलवार को आईएएनएस से बात की। उन्होंने कहा कि देश में बहुत सारे धर्म हैं, सब अपनी-अपनी बात कहेंगे। समान नागरिक अधिकार और समान कानून सभी के लिए होना चाहिए। कविंदर गुप्ता ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा, “इस पर संयुक्त संसदीय समिति कार्य कर रही है। यह समिति निर्णय देगी। देश का कानून संविधान के हिसाब से काम करता है न कि धर्म के हिसाब से।

देश में बहुत सारे धर्म हैं, सब अपनी-अपनी बात कहेंगे। तो देश ऐसे नहीं चलता है। देश धर्म के हिसाब से चलता है। समान नागरिक अधिकार और समान कानून सभी के लिए होना चाहिए।” उन्होंने कहा, “क्या वह शरीयत की सारी चीजें मानते हैं। शरियत में तो बहुत कुछ लिखा हुआ है। लोग अपनी-अपनी सुविधानुसार चीजें बना लेते हैं। इसलिए इस देश में सभी के लिए अलग-अलग कानून नहीं हो सकते हैं। समान नागरिक संहिता समय की जरूरत है। समान नागरिक संहिता न होने की वजह से देश को बहुत नुकसान हुआ है। अब हम इसे वहन नहीं कर सकते हैं।

“बता दें कि देश में समान नागरिक संहिता लागू करने या न करने की बहस के बीच उत्तराखंड इसे लागू करने वाला देश का पहला राज्य बन गया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार को यूसीसी लागू करते हुए कहा है कि इसका उद्देश्य राज्य में समानता लाना है। उनका मानना है कि यूसीसी से सभी नागरिकों को समान अधिकार और जिम्मेदारियां मिलेंगी, चाहे वे किसी भी धर्म, जाति या समुदाय से ताल्लुक रखते हों। इसका मुख्य मकसद विभिन्न धर्मों और समुदायों के बीच समानता सुनिश्चित करना और समाज में एकता को बढ़ावा देना है।

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