सोल। अमेरिकी सेना दक्षिण कोरिया में एडवांस्ड एफ-35ए रडार-रोधी लड़ाकू विमानों की स्थायी तैनाती पर विचार कर रही है। एक सूत्र ने रविवार को यह जानकारी दी। अगर एफ-35ए की तैनाती होती है तो यह दक्षिण कोरिया में अमेरिकी वायु सेना की मौजूदगी को ताकत देगी, जिसमें ज्यादातर पुरानी पीढ़ी के एफ-16 लड़ाकू विमान शामिल हैं। एफ-35 को पहले सिर्फ संयुक्त प्रशिक्षण के लिए अस्थायी तौर पर तैनात किया गया था। सूत्र ने कहा, “अमेरिकी सेना कुनसन एयर बेस पर स्थायी रूप से एफ-35ए तैनात करने की सोच रही है। पहले एक स्क्वाड्रन तैनात किया जाएगा, फिर एक और स्क्वाड्रन तैनात करने की संभावना है।” योनहाप समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, एक स्क्वाड्रन वायु सेना की एक इकाई है, जिसमें लगभग 20 विमान होते हैं। पिछले साल जुलाई में, दक्षिण कोरिया में अमेरिकी 7वीं वायुसेना ने कुनसन एयर बेस से ओसान एयर बेस पर नौ एफ-16 विमानों को स्थानांतरित करने की घोषणा की थी।
इसका मकसद ओसान एयर बेस पर 31 लड़ाकू विमानों का ‘सुपर स्क्वाड्रन’ स्थापित करना था। 7वीं वायुसेना ने पिछले सप्ताह कहा था कि वह अक्टूबर में कुनसन एयर बेस से शेष बचे अधिकांश एफ-16 विमानों को एक अन्य ‘सुपर स्क्वाड्रन’ के लिए ओसान एयर बेस पर स्थानांतरित कर देगी। इसके बाद ओसान एयर बेस 62, एफ-16 विमानों का घर बन जाएगा। 7वीं वायु सेना ने कहा कि कुनसन एयर बेस दक्षिण कोरिया में अमेरिकी वायु सेना के लिए ‘प्राथमिक अभ्यास और रोटेशनल फोर्स बेड-डाउन लोकेशन’ के रूप में काम करेगा। कुनसन एयर बेस पर एफ-35ए की संभावित तैनाती के बारे में पूछे जाने पर 7वीं वायुसेना के एक अधिकारी ने कहा कि अभी कुछ भी निर्णय नहीं लिया गया है। माना जाता है कि एफ 35ए दुश्मन के इलाके में बिना पकड़ में आए गहराई तक उड़ान भरने में सक्षम हैं। दक्षिण कोरिया के पास फिलहाल 39 ए-35ए हैं और वह 20 और खरीदने की योजना बना रहा है। उत्तर कोरिया ने अक्सर दक्षिण कोरिया में अमेरिका की प्रमुख सैन्य संपत्तियों की तैनाती पर नाराजगी व्यक्त की है