बेंगलुरु – कर्नाटक में पूर्व विधायक डॉ. यतींद्र से जुड़े एक वीडियो के जारी होने के बाद कर्नाटक में ‘पोस्टिंग के बदले पैसे’ की बहस तेज हो गई है। इस पर मुख्यमंत्री सिद्दारमैया ने पलटवार करते हुए कहा कि दुर्भाग्य से पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी, जो अपने कार्यकाल के दौरान बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार में शामिल थे, सोचते हैं कि सभी उनके जैसे हैं। डॉ. यतींद्र सीएम सिद्दारमैया के बेटे हैं।
उन्होंने कहा, ”ऐसा लगता है कि एच.डी. कुमारस्वामी भूल गए हैं कि उनकी पत्नी और बेटा भी राजनीति में हैं। मैं कुमारस्वामी के स्तर तक गिरकर उनके परिवार के बारे में उसी तरह बोलने से बचता हूं।
मैं पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा से आग्रह करता हूं कि वे अपने बेटे को कन्नड़वासियों के सामने उपहास का पात्र बनने से बचने की सलाह दें।”
सीएम सिद्दारमैया ने कहा कि हालांकि डॉ. यतींद्र ने चुनाव नहीं लड़ा, लेकिन वह वरुणा के विकास के लिए प्रतिबद्ध हैं। कुमारस्वामी के झूठे आरोप और कुछ नहीं बल्कि मेरे बेटे को मानसिक रूप से परेशान करने का उनका क्रूर प्रयास है।
सीएम सिद्दारमैया ने आगे कहा, ”उनका निराशावादी रवैया उन्हें भ्रष्टाचार से आगे सोचने की इजाजत नहीं देता। राजनीति में उनकी असुरक्षा अक्सर उन्हें अपने राजनीतिक विरोधियों की नकारात्मक छवि पेश करने के लिए नकली कहानियां गढ़ने के लिए मजबूर करती है।
वरुणा निर्वाचन क्षेत्र में स्कूलों के विकास के बारे में मेरे और मेरे बेटे के बीच हाल ही में सार्वजनिक फोन पर हुई बातचीत के संबंध में भी ऐसा ही हुआ है।”
वरुणा निर्वाचन क्षेत्र आश्रय समिति के अध्यक्ष और केडीपी सदस्य डॉ. यतींद्र सीएसआर फंड का उपयोग करके सरकारी स्कूलों में सुधार सहित क्षेत्र के विकास के लिए अथक प्रयास कर रहे हैं।
यतींद्र विकास के लिए लाभार्थी स्कूलों की सूची पर चर्चा करते हुए सीएम ने आरोप लगाया कि कुमारस्वामी ने जनता के सामने हुई इस फोन बातचीत को गलत तरीके से तोड़-मरोड़कर तबादलों में भ्रष्टाचार बताया है।
इसके अलावा सीएम सिद्दारमैया ने कहा कि कर्नाटक के लोग कुमारस्वामी की मुझे व्यक्तिगत रूप से बदनाम करने की कोशिश देख रहे हैं क्योंकि उनकी पार्टी चुनाव में बुरी तरह हार गई है।
अब वह अपने गुप्त राजनीतिक उद्देश्यों के लिए मेरे परिवार को चोट पहुंचाने के लिए एक कदम आगे बढ़ गए हैं। इससे उनकी परपीड़क मानसिकता उजागर हो गई है।