पटना। बिहार के पाटलिपुत्र संसदीय क्षेत्र के भाजपा प्रत्याशी और पूर्व केंद्रीय मंत्री रामकृपाल यादव पर हुए हमले को लेकर राजनीति जारी है। इस घटना को जेडीयू और भाजपा ने राजद की साजिश करार दिया है। भाजपा के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि सारण में भी राजद की गुंडागर्दी दिखी थी।
पाटलिपुत्र में तो पूर्व केंद्रीय मंत्री और प्रत्याशी रामकृपाल यादव पर जानलेवा हमला किया गया। वहां कार्यकर्ताओं को पीटा और घायल किया गया। मसौढ़ी में लोग पहले से ही भयभीत थे कि राजद के लोग उत्पात मचाते हैं। उन्होंने कहा कि हारने के कारण लालू यादव के ‘युवराज’ बिहार में गुंडागर्दी का राज स्थापित करने की कोशिश कर रहे हैं। रामकृपाल यादव भगवान महादेव की कृपा से बच गए, नहीं तो उनकी मृत्यु भी हो सकती थी। इस मामले में सरकार दोषियों पर सख्त से सख्त कार्रवाई करे। रामकृपाल यादव की सुरक्षा भी बढ़ानी चाहिए। जदयू के प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा कि इस घटना की जितनी निंदा की जाए कम है।
प्रशासन अपना काम कर रही है और दोषियों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा। इस घटना के पीछे राजद की हार की बौखलाहट बताते हुए कहा कि राजद की यही नीति रही है। दरअसल, शनिवार की शाम रामकृपाल यादव पर मसौढ़ी इलाके में फायरिंग की गई थी और एक समर्थक का सिर फोड़ दिया गया था। तिनेरी गांव के पास एक मतदान केंद्र पर स्थानीय विधायक रेखा देवी के जाने का आरोप लगाते हुए भाजपा के समर्थकों ने जमकर हंगामा किया था।
इसके बाद आरोप है कि राजद समर्थकों ने मुखिया रीना कुमारी के पति शशि शर्मा पर हमला कर दिया और उनके साथ मारपीट की गई। बताया जाता है कि रामकृपाल यादव मुखिया के पति को देखने के लिए जा रहे थे, तभी उन पर फायरिंग की गई। इससे पहले सारण लोकसभा क्षेत्र में भी राजद प्रत्याशी रोहिणी आचार्य के एक बूथ पर जाने के बाद हंगामा हुआ था, जिसके बाद हिंसक झड़प में एक व्यक्ति की मौत हो गई और दो लोग जख्मी हो गए थे। पाटलिपुत्र संसदीय क्षेत्र में भाजपा प्रत्याशी रामकृपाल यादव का मुकाबला राजद अध्यक्ष लालू यादव की पुत्री मीसा भारती से है।