मेरठ। मेरठ में विकास को रफ्तार दी जा रही है। वहीं, प्रदेश की पहली इंटीग्रेटेड टाउनशिप के लिए जमीन खरीद की तैयारी शुरू हो गई है। मेडा ने शासन को भी रिपोर्ट भेज दी है।
एक लाख 85 हजार लोगों को आशियाना उपलब्ध कराने की दिशा में मेरठ विकास प्राधिकरण (मेडा) ने अपने कदम बढ़ा दिए हैं। मेडा ने अपनी नई प्रदेश की पहली इंटीग्रेटेड टाउनशिप के लिए जमीन खरीद की तैयारी शुरू कर दी है। इसके लिए चार गांवों की जमीन चिह्नित कर ली गई है। जमीन अधिग्रहण के लिए खर्च होने वाली राशि का आकलन कर रिपोर्ट शासन को भेजी गई है। किसानों से आपसी सहमति के आधार पर फरवरी से जमीन खरीद शुरू होगी।
छज्जूपुर, इकला, कायस्थ गांवड़ी व मोहिउद्दीनपुर के चार गांव की 294.6813 हेक्टेयर भूमि में नई इंटीग्रेटेड टाउनशिप का निर्माण होना है। पहले फेज में छज्जूपुर में 30.09 हेक्टेयर और मोहिउद्दीनपुर में 111.79 हेक्टेयर जमीन लेने का काम होगा। दोनों गांव की कुल 141 हेक्टेयर जमीन अधिग्रहण पर 1007.34 करोड़ रुपये खर्च होंगे। इसके दायरे में 750 किसानों की जमीन आएगी।
मेडा अफसरों का कहना है कि योजना के लिए चयनित चारों गांव की भूमि नगर की सीमा से बाहर है। शासन की गाइडलाइन के अनुसार, नगर की सीमा के अंतर्गत अकृषक भूमि के लिए सर्किल दरों का दो गुना और नगर सीमा के बाहर अकृषक भूमि के लिए सर्किल दर का चार गुना देय है। ऐसे में प्राधिकरण किसानों से सहमति के आधार पर भूमि खरीद करेगा।
मेडा उपाध्यक्ष अभिषेक पांडेय ने बताया कि अधिग्रहण में प्रकाशन के दिनांक से अवार्ड घोषित होने तक की अवधि का 12 फीसदी ब्याज की धनराशि जमा करनी पड़ेगी और 10 प्रतिशत अर्जन व्यय प्राधिकरण को देना होगा। आपसी सहमति से भूमि क्रय करने पर सात प्रतिशत स्टाम्प व एक प्रतिशत निबंधन शुल्क ही देना होगा। ऐसे में आपसी सहमति से ही जमीन ली जाएगी। जमीन लेने की प्रक्रिया फरवरी से शुरू करने की तैयारी है।