सहारनपुर। आब्स एवं गायिनी सोसायटी द्वारा आयोजित गोष्ठी में मां के गर्भ में बच्चे के अल्ट्रा साउण्ड द्वारा जन्म जात बीमारियों और बच्चे के विकास की जांच को नयी तकनीकी के संबंध में महिला चिकित्सकों को जानकारी दी गयी।
दिल्ली रोड स्थित एक होटल के सभागार में सहारनपुर आब्स एवं गायनी सोसायटी द्वारा आयोजित गोष्ठी में सीएमई दिल्ली एवं ऋषिकेष ऐम्स से आये हुए डाक्टरों द्वारा माँ के गर्भ में बच्चे के अल्ट्रासाउण्ड के द्वारा बच्चे में जन्मजात बीमारियाँ और बच्चे के विकास के बारे में विचार गोष्ठी हुई। गोष्ठी का शुभारम्भ मुख्य अतिथि महापौर डॉ.अजय कुमार सिह एवं विशिष्ठ अतिथि सीएमओ डॉ.संजीव मांगलिक, ए.सी.एम.ओ. डॉ.एस.के यादव व डॉ.कुनाल जैन, डॉ.कृष्ण गोपाल, डॉ.लतिका चावला , डॉ.भावना अग्रवाल, आब्स गायिनी अध्यक्ष डॉ.नैना मिगलानी एवं सचिव गुनीता मेहता आदि के द्वारा दीप प्रज्जवलित करके किया गया।
राष्ट्रीय फिटस मेडिसिन सोसायटी के वाइस प्रेसिडेन्ट डॉ.कृष्ण गोपाल ने बताया कि जुड़वा बच्चों में न्यूरल ट्यूब दोष जैस स्पाइना वाइफिडा, हृदय सम्बधित बीमारियाँ लगभग दो गुना बढ़ जाती है। इसलिए उच्च कोटि का अल्ट्रासाउण्ड होना बहुत जरूरी है। डॉ.कृष्ण गोपाल ने लेवल द्वितीय यूएसजी करने की सही विधि को साझा किया।
दिल्ली एम्स की डॉ.भावना अग्रवाल ने भी कई बीमारियों के बारे में विस्तृत जानकारी दी। एम्स ऋषिकेश से आयी डॉ.लतिका चावला ने आरएच नेगेटिव ब्लड ग्रुप के बारे में बताया। आब्स एवं गायनी सहारनपुर की अध्यक्ष डॉ.नैना मिगलानी ने बताया कि हर गर्भवती महिला को अपनी डॉक्टर की सलाह से लेवल अल्ट्रासाउण्ड एवं 20 हफ्ते बाद लेवल प्रथम अल्ट्रासाउण्ड करवाना जरूरी है। इससे माँ के गर्भ में ही भ्रूण की जन्मजात कमियों को समय से निदान करके अनका निवारण किया जा सकता है। वैजानिक सचिव डॉ.नीलम गर्ग एवं डॉ.अनुश्री ने मंच का संचालन किया।
गोष्ठी मे डॉ.नैना मिगलानी, डॉ.गुनीता मेहता, डॉ.नीलम गर्ग, डॉ.अनुश्री मित्तल, डॉ.पूनम कुमार, डॉ.इन्द्रा भार्गव, डॉ.अनिता मलिक, डॉ.पूनम मखीजा, डॉ.दीपा अनेजा, डॉ.चित्रा मनचंदा, डॉ.रेनू सिंघल, डॉ.दीपशिखा खन्ना, डॉ.गीता खन्ना, डॉ.सोनिया बैनर्जी, डॉ.श्वेता अग्रवाल, डॉ.रेनू अग्रवाल, डॉ.रेखा मराठा, डॉ.रिचा तिवारी, डॉ.ममता चावला, डॉ.नूतन उपाध्याय, डॉ.अनुपम यादव, डॉ.विनीता मल्होत्रा, डॉ.सिमी, वरिष्ठ फिजीसियन डा. संजीव मिगलानी , एसीएमओ डा.संजय यादव, डा.कुनाल जैन, डा.ननीता चन्द्रा, डा.ललीता, डा.शोभा जैन आदि उपस्थित रहे।