Wednesday, November 13, 2024

प्राचीन काल में नालंदा व तक्षशिला की तरह ग्रेटर नोएडा बना आधुनिक शिक्षा का केंद्र- योगेंद्र उपाध्याय

नोएडा। शिक्षा के क्षेत्र में भारत को विश्वगुरु के रूप में रेखांकित करने के लिए आज से 13 नवंबर तक ग्रेटर नोएडा के इंडिया एक्सपो मार्ट में ’भारत शिक्षा एक्सपो 2024’ का शुभारंभ उत्तर प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय ने किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री के शिक्षा सलाहकार धीरेंद्र पाल सिंह, ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की एसीईओ प्रेरणा सिंह, उच्च शिक्षा विभाग के विशेष सचिव सिपु गिरी, नीति आयोग के अटल इनोवेशन मिशन के परियोजना निदेशक रोहित गुप्ता, भारत शिक्षा एक्सपो के अध्यक्ष हरिवंश चतुर्वेदी और इंडिया एक्सपोजिशन मार्ट के चेयरमैन डा. राकेश कुमार उपस्थित थे।

 

रायबरेली में सीएम योगी की तस्वीर के साथ लगे ‘बंटेंगे तो कटेंगे’ के पोस्टर

 

 

 

 

कार्यक्रम के दौरान उच्च शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय ने कहा कि भारत को विश्वगुरु के रूप में स्थापित करने की दिशा में ’भारत शिक्षा एक्सपो 2024’ का आयोजन एक महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने कहा कि वर्तमान परिप्रेक्ष्य में उत्तर प्रदेश, विशेष रूप से ग्रेटर नोएडा आधुनिक शिक्षा का केंद्र बन गया है। जैसे प्राचीन काल में नालंदा और तक्षशिला थे, जहां दुनिया भर के छात्र ज्ञान प्राप्त करने आते थे। इंडिया एक्सपो सेंटर और मार्ट द्वारा आयोजित किया गया यह कार्यक्रम नई शिक्षा नीति के मूल सिद्धांतों को प्रदर्शित करने की एक सराहनीय पहल है।

 

 

 

रायबरेली में सीएम योगी की तस्वीर के साथ लगे ‘बंटेंगे तो कटेंगे’ के पोस्टर

 

 

उच्च शिक्षा मंत्री ने भारत शिक्षा एक्सपो 2024 के उद्घाटन कार्यक्रम में उच्च शिक्षा प्रोत्साहन नीति 2024 का भी शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि यह नीति उच्च शिक्षा में उत्कृष्टता, नवाचार, और समावेशन के नए युग का मार्ग प्रशस्त करती है। उन्होंने निजी क्षेत्र के निवेश को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि उच्च शिक्षा क्षेत्र के लिए निवेश आवश्यक है और उच्च शिक्षा प्रोत्साहन नीति 2024 में निवेशकों के लिए लाभकारी प्रावधानों के साथ एक सहयोगी परिवेश बनाने के लिए बड़े कदम उठाए गए हैं।

 

 

 

 

 

 

मुख्यमंत्री के शिक्षा सलाहकार और पूर्व यूजीसी चेयरमैन धीरेंद्र पाल सिंह ने शिक्षा एक्सपो की सराहना की और कहा कि अब उत्तर प्रदेश शिक्षा के मामले में एक अग्रणी राज्य बन गया है और जल्द ही सर्वश्रेष्ठ बनने की ओर अग्रसर है। यह राज्य एक युवा प्रदेश के रूप में लगातार आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि पहले विदेशी संस्थान उत्तर प्रदेश में निवेश करने से हिचकते थे, लेकिन अब यहां निवेश का माहौल बदला है। मुख्यमंत्री के गतिशील नेतृत्व में विशेषकर शिक्षा विभाग में विभिन्न सकारात्मक बदलावों को देखा जा सकता है।

 

 

 

बता दें कि भारत शिक्षा एक्सपो 2024 में राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय विश्वविद्यालयों और कॉलेजों के चांसलर, उपकुलपति, संस्थानों के प्रमुख, प्रतिष्ठित शिक्षाविद, शिक्षाशास्त्री और उद्योग के दिग्गज एकत्रित हो रहे हैं। इनमें गलगोटिया यूनिवर्सिटी, शारदा यूनिवर्सिटी, जीएल बजाज इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड रिसर्च, गौतमबुद्ध यूनिवर्सिटी, जीएलए यूनिवर्सिटी, एसआरएम यूनिवर्सिटी, राजस्थान केंद्रीय विश्वविद्यालय, छत्तीसगढ़ का रावतपुरा सरकार विश्वविद्यालय और उत्तराखंड का माइंड पावर यूनिवर्सिटी शामिल हैं। इसके अलावा कनाडा का नॉर्थ आइलैंड कॉलेज भी अंतरराष्ट्रीय भागीदार के रूप में सम्मिलित हुआ है। भारत शिक्षा एक्सपो 2024 का आयोजन शिक्षा सुधार के एक ऐसे युग को प्रेरित करने का प्रयास कर रहा है जो रोजगार योग्यता को बढ़ावा देने के साथ उद्योग-शैक्षिक संबंधों को भी मजबूत करेगा।

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