गोंडा। उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले के एक गांव में कर्ज की वसूली के लिए गए बैंक कर्मचारियों की एक टीम पर कथित तौर पर कर्ज न चुकाने वाले और उसके समर्थकों ने हमला कर दिया। पुलिस ने बुधवार को बताया कि बैंक कर्मचारियों को बंधक भी बनाया गया था।
अधिकारियों ने कहा कि बैंक कर्मचारी को बाद में पुलिस ने बचाया और स्थानीय कर्नलगंज पुलिस स्टेशन में संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।
मामले में पांच लोगों को हिरासत में लिया गया है। बैंक ऑफिसर्स एसोसिएशन ने दोषियों के खिलाफ कड़ी और प्रभावी कार्रवाई नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी दी है।
घटना की जानकारी देते हुए प्रथमा यूपी ग्रामीण बैंक के वरिष्ठ प्रबंधक और ऑफिसर्स एसोसिएशन के जिला अध्यक्ष सुधीर कुमार शुक्ला ने बताया कि बैंक की बालपुर शाखा के अधिकारियों की एक टीम सोनहरा गांव गई थी। किसान क्रेडिट कार्ड (केसीसी) के कर्जदार घनश्याम से एनपीए की वसूली करनी थी।
जब बकाया जमा करने के लिए कहा गया, तो घनश्याम ने बैंक अधिकारियों को गाली देना और बहस शुरू कर दी।
सुधीर कुमार शुक्ला ने कहा, “उनके परिवार के सदस्यों और कुछ समर्थकों ने अधिकारियों पर लाठियों, ईंटों और पत्थरों से हमला किया, जिसके चलते कुछ बैंक अधिकारी घायल हो गए।”उन्होंने बताया कि हमलावरों ने मौके पर मौजूद सभी अधिकारियों को बंधक बना लिया।
पुलिस अधीक्षक अंकित मित्तल ने बताया कि पांच आरोपियों को हिरासत में लिया गया है और उनसे पूछताछ की जा रही है। घायलों की मेडिकल जांच भी करायी जा रही है।
प्रथमा यूपी ग्रामीण बैंक ऑफिसर्स एसोसिएशन के प्रांतीय महासचिव अनंत तिवारी ने मुख्यमंत्री, वरिष्ठ पुलिस और बैंक अधिकारियों को पत्र लिखकर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई और बैंक अधिकारियों को उचित सुरक्षा देने की मांग की है।