गाजियाबाद। आयकर की श्रेणी में आने के कारण जिले में 13 हजार राशनकार्ड धारकों के राशन कार्ड निरस्त हो गए हैं। आयकर की श्रेणी में आने के बाद राशनकार्ड धारक शपथपत्र दे रहे हैं कि वह आयकरदाता नहींं हैं उन्होंने बच्चे की शिक्षा, बाइक या मोबाइल लेने के लिए लोन लिया था, जिसकी वजह से रिटर्न भरना जरूरी था। उनकी आय तीन लाख से कम है इसलिए उनके राशनकार्ड निरस्त ना किया जाएं। कई लोगों का कहना है कि उन्होंने कभी रिटर्न फाइल नहीं कि उनका नाम सूची में कैसे आया इसकी जानकारी नहीं।
शासन से सभी जिलों के 26930 राशनकार्डधारकों की सूची भेजी थी जो आयकरदाता हैं। इस सूची के आधार पर विभाग की तरफ से सभी की जांच कराई जा रही है। अभी तक हुई जांच में 16 हजार से अधिक राशनकार्ड धारक पात्र नहीं पाए गए हैं। इनमें से अभी तक 13 हजार कार्डधारकों के कार्ड निरस्त हो गए हैं। बाकियों के निरस्त करने की प्रक्रिया चल रही है। जांच में महज एक हजार राशनकार्ड धारक ही पात्र मिले हैं।