गाजियाबाद। अतीक अशरफ हत्याकांड पर जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर और डासना शिव शक्ति धाम के महंत यति नरसिंहानंद ने दिया है एक बार फिर विवादित बयान दिया है।
दरअसल इन के एक शिष्य डॉ अरविंद अकेला जिनका नाम अब यति निर्भयानंद सरस्वती है। उन्होंने अतीक अहमद अशरफ हत्याकांड के आरोपियों को क्राउडफंडिंग और समर्थन देने और साथ में कानूनी सहायता देने का ऐलान किया है।
इस पर महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद ने कहा मैंने कहा कि मेरे शिष्य ने ठीक किया है अच्छा किया है अगर वह कानूनी सहायता मुहैया करवाना चाहते हैं तो मैं भी उनके साथ हूं। इसमें कोई बुराई नहीं है। यह हर व्यक्ति का अपना अधिकार है। मेरे शिष्य है मुझे उनका समर्थन करना है । क्राउडफंडिंग में मैं भरोसा नहीं करता लेकिन मैं समझता हूं कि अगर वह मुझसे मदद मांगते हैं तो मैं भी मदद मांग लूंगा।
अतीक एक माफिया था उससे पूरे प्रदेश की जनता त्रस्त थी। उसने इतनी हत्या करवाई ऐसे हत्यारों की ऐसी मौत हो जाती है तो क्या कमेंट करने की जरूरत है। हत्यारे की तो हमेशा हत्या ही होती है । मैं अतिक को ज्यादा भाव देने के विरुद्ध हूं ।
आतीक एक साधारण माफिया था राजनीतिक संरक्षण और कुछ हिंदुओं की कमजोरी से वह बड़ा माफिया बन गया। अगर उसे राजनीतिक संरक्षण नहीं मिला होता तो वह चोर डकैत होता। मैं तो समझता हूं यह पहले ही हो जाना चाहिए था यह तो नपुंसकता है राजनीतिक की और हिंदू समाज की। उसने विधायक मरवाया इतने लोगों को मरवाया है उसका तो बहुत पहले अंत हो जाना चाहिए था।
कौन है इनका शिक्षा डॉ अरविंद अकेला। डॉक्टर अकेला ने पुलिस पर खुद धमकी दिलवा कर फर्जी धमकी का मामला बताया था। फिर खुलासे के बाद जब पुलिस पीछे पड़ी तो मंदिर में शरण ले ली और खुद का अंतिम संस्कार करवा दिया।