पटना | बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी की पार्टी हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) अब सत्तारूढ़ महागठबंधन के साथ नहीं रहेगी। हम के राष्ट्रीय अध्यक्ष संतोष सुमन ने सोमवार को इसकी औपचारिक घोषणा की। पार्टी की कार्यकारिणी की हुई बैठक में महागठबंधन से समर्थन वापस लेने पर सहमति बनी। सुमन ने पत्रकारों से कहा कि ”पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्यों ने सर्वसम्मति से मुझे और पार्टी के संस्थापक संरक्षक जीतन राम मांझी को किसी भी निर्णय लेने के लिए अधिकृत किया है।” उन्होंने कहा कि ”जो भी निर्णय लिया जाएगा, वह पार्टी और राज्य की जनता के हित में होगा।”
बैठक के बाद पार्टी के अध्यक्ष सुमन ने कहा कि ”जीतन राम मांझी और वह खुद दिल्ली जाएंगे और नई संभावनाओं पर विचार करेंगे। वे दिल्ली में एनडीए के नेताओं से भी मुलाकात करेंगे।”
सुमन ने कहा कि ”शाम को पार्टी राज्यपाल से मिलकर महागठबंधन से समर्थन वापसी का पत्र सौंपेंगी।” उन्होंने कहा कि ”हमारे लिए सभी विकल्प खुले हुए हैं और सभी संभावनाओं पर विचार कर निर्णय लिया जाएगा।”
पार्टी के सूत्रों का मानना है कि मांझी मंगलवार को गृह मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता अमित शाह से मिल सकते हैं। इससे पहले संतोष सुमन ने नीतीश कुमार के मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद से ही समझा जा रहा था कि हम अब महागठबंधन में आगे नहीं बढ़ सकता। माना जाता है कि हम का एक प्रतिनिधिमंडल शाम को राज्यपाल से मिलकर समर्थन वापसी का पत्र सौंपेगा और फिर दिल्ली रवाना हो जाएगा।