Monday, December 23, 2024

रैपिड रेल से राजधानी दिल्ली से दूसरे शहरों के बीच यात्रा करने वाले यात्रियों को होगा खासा फायदा- मनोहर लाल खट्टर

नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने आज आनंद विहार आरआरटीएस स्टेशन का औचक निरीक्षण किया। उन्होंने अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ बातचीत की और उनकी हौसला अफजाई की। साथ ही उन्होंने स्टेशन की आधुनिक सुविधाओं और टेक्नोलॉजी का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने आईएएनएस से बात करते हुए इस परियोजना के बारे में विस्तृत जानकारी दी।

 

 

उन्होंने कहा, “ हमारे शहर की परिवहन व्यवस्था में मेट्रो करीब बीस साल से बहुत अच्छे से अपनी भूमिका निभा रही है। लेकिन ये आरआरटीएस सर्विस अभी एक हिस्से पर शुरू हुई है। सराय काले खां पर इसका काम बहुत तेजी से चल रहा है। सराय काले खां से दूसरे रूट पर भी, बहुत जल्द शुरू होगी। जल्दी ही यह सेवा गति पकड़ेगी। इसके बाद यह मेट्रो कई शहरों के बीच चलेगी। इसलिए राजधानी से लंबी दूरी तक आने वाले लोग भी इसका इस्तेमाल कर सकेंगे। करीब 50 से 100 किलोमीटर की दूरी आरआरटीएस सर्विस से कवर होगी। इसका पहला प्रोजेक्ट सराय काले खां से मेरठ मोदीनगर तक है। इस पर काम चल रहा है।”

 

 

उन्होंने कहा, “कुछ हिस्सा पूरा हो गया है। आज मैंने इस रेलवे स्टेशन का निरीक्षण किया है, हमारा आरआरटीएस मेट्रो स्टेशन जो बन रहा है, यात्रियों की सुविधा के लिए और दक्षता बढ़ाने के लिए यहां बहुत सारी नई तकनीक जोड़ी गई हैं। यह बहुत अच्छा मॉडल तैयार हुआ है। मुझे लगता है कि एक बार ये बनकर तैयार हो जाए, तो लोगों को इसका पूरा लाभ मिलेगा। अगले साल तक हम इसे सराय काले खां तक ​​पूरा कर देंगे। लोगों को पूरी सुविधाएं दी जाएंगी।”

 

 

 

उन्होंने कहा, “इस साल दिसंबर तक हम इसे ऑपरेट करने लगेंगे। अभी ये ट्रायल फेज में है। दो रेलवे स्टेशन भी न्यू अशोक विहार और आनंद विहार बन रहे हैं। इसका काम अभी मेरठ से साहिबाबाद तक पूरा हो गया है।” पानीपत और राजस्थान की सीमा तक दो और प्रोजेक्ट की क्या स्थिति है, इस पर उन्होंने कहा, “इसमें कुछ औपचारिकताएं अभी बाकी हैं। वो एक महीने के अंदर पूरी हो जाएंगी, उसके बाद सभी लंबित प्रक्रिया पूरी हो जाएगी और अगले साल में इसे चालू भी कर दिया जाएगा। मेट्रो में कुछ सुविधाएं भी बढ़ाई गई हैं और उसमें सबसे बड़ा अंतर ये है कि मेट्रो में हर डेढ़ से दो किलोमीटर के अंदर इसके स्टेशन हैं।”

 

 

 

उन्होंने कहा, “थोड़ी दूरी का यात्री मेट्रो में सफर करता है। लंबी दूरी का यात्री आरआरटीएस में सफर करेगा। आरआरटीएस की औसत गति लगभग 100 किलोमीटर होगी। एक स्टेशन से दूसरे स्टेशन तक अधिकतम गति 150 तक होगी। लेकिन सभी स्टेशनों के सभी फेज को मिलाकर औसत गति 100 किलोमीटर होगी, जबकि मेट्रो की औसत गति केवल 30 किलोमीटर है। ये मेट्रो और आरआरटीएस में बहुत बड़ा अंतर होगा।”

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