श्रीनगर। पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने बुधवार को कहा कि आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन के लिए उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है।
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सोशाल मीडिया एक्स पर एक पोस्ट में मुफ्ती ने कहा कि उनका विरोध भारत सरकार और स्थानीय प्रशासन द्वारा उनकी पार्टी के कार्यकर्ताओं को हिरासत में लेने के खिलाफ था। उन्होंने कहा कि आचार संहिता के उल्लंघन के लिए मेरे खिलाफ एफआईआर दर्ज होना मनोरंजक है। सत्ता के सामने सच बोलने के लिए पीडीपी ने यह कीमत चुकाई है। मुफ्ती ने कहा कि हमारा विरोध स्थानीय प्रशासन के साथ मिलकर भारत सरकार द्वारा मतदान से पहले के घंटों में सैकड़ों पीडीपी पोलिंग एजेंटों और कार्यकर्ताओं को हिरासत में लेने के खिलाफ था। फिर भी संतुष्ट नहीं होने पर उसी प्रशासन ने हमारे मतदाताओं को आतंकित करने और उन्हें वोट देने के अधिकार का प्रयोग करने से रोकने के लिए पारंपरिक पीडीपी के गढ़ वाले क्षेत्रों में घेराबंदी और तलाशी अभियान शुरू कर दिया। इस दौरान महबूबा ने अपनी बात को साबित करने के लिए एक मुहावरे ‘उल्टा चोर कोतवाल को डांटे’ का भी प्रयोग किया।
उल्लेखनीय है कि 25 मई को अनंतनाग-राजौरी सीट पर मतदान के दिन महबूबा मुफ्ती ने पुलिस पर बिना किसी कारण के उनकी पार्टी के पोलिंग एजेंट और कार्यकर्ताओं को हिरासत में लेने का आरोप लगाते हुए धरना दिया था।
मुफ्ती अनंतनाग-राजौरी सीट पर नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) के उम्मीदवार मियां अल्ताफ अहमद और अपनी पार्टी के जफर इकबाल मन्हास के खिलाफ चुनावी मैदान में हैं।