मुजफ्फरनगर। मीरापुर विधायक चंदन सिंह चौहान ने गंगा की अविरल धारा को शुकतीर्थ में लाने का सपना देखा था। विधायक द्वारा लगातार गंगा की धारा को शुकतीर्थ में लाने की मांग उठायी जा रही है। विधायक बनने के बाद विधानसभा के तृतीय सत्र 2022 में भी विधायक द्वारा जल शक्ति मंत्री से इस विषय में सवाल पूछा गया था। 22 जुलाई को सीएम योगी आदित्यनाथ गंगा के पानी को शुकतीर्थ में पहुंचाने की घोषणा कर सकते हैं, जिसके बाद गंगा नदी का पानी शुकतीर्थ में तो पहुंच जायेगा, परन्तु विधायक का गंगा की अविरल धारा को शुकतीर्थ में पहुंचाने का सपना अभी भी अधूरा रह जायेगा।
बता दें कि शुकतीर्थ एक पौराणिक तीर्थनगरी है, जिसका इतिहास महाभारत काल से जुड़ा हुआ है। इस तीर्थनगरी में दूर-दूर से लोग आकर कथा सुनते हैं तथा साधु सन्यासी यहां पर तपस्या करते हैं। शुकतीर्थ से सोनाली नदी बहती है, जिसमें गंगा स्नान के समय श्रद्धालु स्नान करते हैं। यह नगरी धार्मिक होने के कारण लगातार इस नगरी को विकसित किये जाने की मांग उठती रही है।
चंदन सिंह चौहान के अनुसार उन्होंने अपने बचपन काल में अपने पिता स्व. संजय सिंह चौहान द्वारा इस तीर्थनगरी को विकसित करने तथा यहां पर गंगा की अविरल धारा को लाने की मांग उठाते देखा है और जब से वह राजनीति में आये हैं, उनका भी सपना शुकतीर्थ नगरी में गंगा की अविरल धारा को लाने का था।
उन्होंने बताया कि वह लगातार शुकतीर्थ नगरी का विकास कराने के लिए प्रयासबद्ध हैं और गंगा की अविरल धारा को लाने के लिए भी वह प्रयास कर रहे थे। उनके द्वारा विधानसभा में भी गंगा की अविरल धारा को शुकतीर्थ में लाने के लिए प्रश्न उठाया गया था। यदि 22 जुलाई को प्रदेश के मुख्यमंत्री शुकतीर्थ में गंगा का पानी शुकतीर्थ में पहुंचाने की घोषणा करते हैं, तो वह मुख्यमंत्री के आभारी रहेंगे और साथ ही उनसे मांग करेंगे कि शुकतीर्थ में गंगा की अविरल धारा लाई जाये।
उन्होंने बताया कि वह मोरना शुगर मिल के विस्तारीकण व मुजफ्फरनगर-शुकतीर्थ मार्ग को बिजनौर से जोडऩे के लिए भी प्रयासरत हैं। मोरना शुगर मिल के विस्तारीकरण के लिए भी उनके द्वारा विधानसभा में सवाल उठाये गये हैं, परन्तु अभी तक कोई संतोषजनक उत्तर नहीं मिल सका है। यदि मुख्यमंत्री गंगा की अविरल धारा को शुकतीर्थ लाने के साथ-साथ मोरना शुगर मिल के विस्तारीकरण की भी घोषणा कर दें, तो क्षेत्र की जनता तथा वह स्वयं मुख्यमंत्री के आभारी रहेंगे।