छतरपुर- मध्य प्रदेश के छतरपुर शहर में एक समुदाय को लेकर किसी व्यक्ति द्वारा किए गए आपत्तिजनक कमेंट से नाराज लोगों ने बुधवार शाम सिटी कोतवाली थाने पर पथराव कर दिया। भीड़ ने पहले नारेबाजी की और फिर देखते ही देखते पत्थरबाजी शुरू कर दी। इसमें थाना प्रभारी अरविंद कुंजर, आरक्षक भूपेंद्र प्रजापति और एडीएम के गनमैन राजेंद्र चढ़ार घायल हो गए।
थाना प्रभारी को गंभीर हालत में आईसीयू में भर्ती कराया गया है। सूचना मिलते ही कलेक्टर पार्थ जायसवाल और पुलिस अधीक्षक अगम जैन अस्पताल पहुंचे और जानकारी ली। इस मामले में पुलिस ने करीब 30 लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है। इनमें कुछ महिलाएं भी शामिल हैं।
जानकारी के अनुसार, शहर के कुछ लोग बुधवार शाम करीब साढ़े पांच बजे थाने में शिकायती आवेदन लेकर पहुंचे थे। इसके बाद धीरे-धीरे और लोग थाने पर जमा होते गए। सभी थाने के बाहर खड़े होकर नारेबाजी करने लगे। इस दौरान भीड़ में कुछ लोग पुलिस को हथियार और हाथ में पत्थर लिए नजर आए। पुलिस ने मेन गेट बंद कर दिया।
मेन गेट के बंद होते ही भीड़ ने और जोर से नारेबाजी शुरू कर दी। कुछ पुलिसकर्मी उन्हें शांत कराने के लिए बाउंड्री वाल पर चढ़े। वे उन्हें शांत रहने की बात कहते रहे। थाना प्रभारी अरविंद कुंजर भी आवेदन लेने के लिए थाने से बाहर निकले। वे मेन गेट पर पहुंचे ही थे कि भीड़ में आए लोग विवाद करने लगे। इसी दौरान बाहर से पथराव शुरू हो गया। इससे डरकर बांउड्रीवॉल पर खड़े जवान कूदकर थाने के अंदर भागे।
थाना प्रभारी कुंजर ने भी खुद को बचाने की कोशिश की, लेकिन पत्थरबाजी में वे और पुलिसकर्मी घायल हो गए। थाना प्रभारी को सिर, हाथ, पैर और सीने में पत्थर लगे हैं। जानकारी यह भी मिली है कि भीड़ में से किसी ने उन पर चाकू से हमला किया था। वे अचानक मुड़े और चाकू देखकर उसे पकड़ने की कोशिश की, जिससे चाकू हाथ में घुस गया। उन्हें तत्काल अस्पताल में भर्ती कराया गया। दो अन्य पुलिसर्मी भी घायल हुए हैं। उन्हें भी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
घटना में घायल एडीएम के गनमैन राजेंद्र चढ़ार और आरक्षक भूपेंद्र प्रजापति ने बताया कि थाने के बाहर करीब 600 से 700 लोग जमा थे। उन्होंने आवेदन देने के दौरान बहस की। वे कमेंट करने वाले व्यक्ति पर एफआईआर की मांग कर रहे थे। फिर अचानक दूसरी ओर से पथराव शुरू हो गया। हम सभी पत्थर से बचने के लिए इधर-उधर भागे। इस दौरान एक पत्थर आकर सीधे मेरे सिर पर लगा। इसके बाद और पत्थर आकर लगे।
डीजीपी ललित शाक्यवार ने बताया कि शहर कोतवाली थाने में 300 से 400 लोगों की भीड़ ज्ञापन देने आई थी। इनका कहना था कि उनके धर्म को लेकर गलत टिप्पणी की गई है। संबंधितों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाए। भीड़ अचानक उग्र हो गई और पथराव शुरू कर दिया। करीब 10 मिनट तक पत्थरबाजी हुई। पुलिस ने भी आंसू गैस के गोले छोड़े। पत्थरबाजों ने 50 से 60 पत्थर फेंके। इसमें टीआई के सिर और हाथ में गंभीर चोट है। दो पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं। पुलिस बल शहर में तैनात कर दिया गया है। पुलिस मार्च पास्ट कर रही है। सीसीटीवी कैमरे खंगाले जा रहे हैं। दोषियों पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।
जिला अस्पताल के डॉ. अमित अग्रवाल का कहना है कि टीआई अरविंद कुंजर समेत तीन लोगों को भर्ती कराया गया है। तीनों के सिर पर चोट आई है। सभी का उपचार किया जा रहा है। वहीं, कुंजर के सिर, हाथ, पैर और सीने में गंभीर चोट आई है। हालत गंभीर है, इसलिए उन्हें आईसीयू में भर्ती किया गया है। जांच रिपोर्ट आने के बाद पता चल पाएगा कि चोट कितनी गंभीर है।