भाजपा के केन्द्रीय नेतृत्व द्वारा नियुक्त पर्यवेक्षकों हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर, भाजपा सांसद के. लक्ष्मण और पार्टी नेता आशा लकड़ा की मौजूदगी में सोमवार शाम पार्टी के प्रदेश कार्यालय में विधायक दल की बैठक हुई, जिसमें मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मोहन यादव को मुख्यमंत्री बनाने का प्रस्ताव रखा। इस प्रस्ताव पर विधायक दल ने मुहर लगाई।
शिवराज सिंह चौहान का इस्तीफा
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा के मुताबिक विधायक दल की बैठक में भाजपा के वरिष्ठ नेता शिवराज सिंह चौहान ने विधायक दल के नए नेता के रूप में मोहन यादव का नाम प्रस्तावित किया। नरेंद्र सिंह तोमर, कैलाश विजयवर्गीय, प्रह्लाद पटेल और अन्य वरिष्ठ नेताओं ने प्रस्ताव का समर्थन किया।
प्रदेश के नए मुख्यमंत्री 58 वर्षीय मोहन यादव उज्जैन दक्षिण सीट से विधायक हैं। वह ओबीसी वर्ग से आते हैं। मोहन यादव 2013 में पहली बार उज्जैन दक्षिण सीट से विधायक बने थे। इसके बाद 2018 के विधानसभा चुनाव में वे दोबारा निर्वाचित हुए। 2 जुलाई 2020 को उन्होंने शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व वाली मध्य प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली। वे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व वाली पिछली सरकार में उच्च शिक्षा मंत्री रहे। इससे पहले 1982 में वह माधव विज्ञान महाविद्यालय छात्रसंघ के सह-सचिव भी रहे।
उज्जैन में मोहन यादव की धर्मपत्नी ने कहा कि भगवान महाकाल का आशीर्वाद है, पार्टी का आशीर्वाद है। बहुत खुशी की बात है। उन्होंने संघर्ष भी बहुत किया है। निश्चित रूप से आज उसी संघर्ष का परिणाम मिला है।