Friday, November 15, 2024

रामलला की प्राण प्रतिष्ठा में शामिल होंगे मोदी-भागवत: चंपत राय

अयोध्या। श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चम्पतराय ने कहा कि श्रीरामजन्मभूमि पर विराजमान रामलला का प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी को होना निश्चित हुआ है, जिसमें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत भी शामिल होंगे।


राय ने गुरुवार को विहिप मुख्यालय भरतकुटी कारसेवकपुरम् में प्रेस कांफ्रेंस करते हुए कहा कि श्रीरामजन्मभूमि पर रामलला के प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव की तारीख 22 जनवरी 2024 को निश्चित हो गयी है। इस तिथि पर देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत भी शामिल होंगे। उन्होंने श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की तरफ से दिये गये निमंत्रण को स्वीकार कर लिया है, इसलिए 22 जनवरी रामलला के प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव की तारीख तय हो गयी है। इसी दिन श्रीरामलला अपने दिव्य भवन में विराजमान होंगे।


उन्होंने कहा कि आरएसएस के संघ प्रमुख मोहन भागवत को विगत सितम्बर माह में व्यक्तिगत रूप से निमंत्रण दे दिया गया था। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री को निमंत्रण देने के लिये चार लोग श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के ट्रस्टी पेजावर मठ उर्फी कर्नाटक, पीठाधीश्वर विश्व प्रसन्न तीर्थ, ट्रस्ट कोषाध्यक्ष स्वामी गोविन्द देव गिरी, मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेन्द्र मिश्रा, श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चम्पत राय ने प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव में अयोध्या पधारने का औपचारिक निमंत्रण दिया जिसमें प्रधानमंत्री ने अपनी स्वीकृति प्रदान कर दी। प्रधानमंत्री मोदी ने सभी विषयों को जानने की इच्छा जतायी जो उन्हें बताया गया।


राय ने बताया कि प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव में देश की 140 परम्पराओं के चार हजार संत शामिल होंगे। संत समाज से हटकर एक और समाज है जिसमें वैज्ञानिक, उद्योगपति, कवि, लेखक, पूर्व न्यायाधीश, बड़े अधिवक्ता, सेना में मरणोपरान्त परमवीर चक्र विजेता के परिजन, राम मंदिर के बलिदान हुए लोगों के परिजन, ऐसे आदि क्षेत्रों के ढाई हजार लोगों की सूची बनाया गया है जो रामलला के प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव में शामिल होंगे।


उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी रामलला के प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव में मौजूद रहेंगे। रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के पूजन का कार्यक्रम वाराणसी के विद्वान लक्ष्मीकांत दीक्षित करायेंगे। यह पूजन बारह बजे से प्रारम्भ होगा जो तीन घंटे तक चलेगा। विद्वान लक्ष्मीकांत दीक्षित का विद्वानों में बड़ा ख्याति नाम है। प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव का मुहूर्त गणेश्वर शास्त्री द्रविड़ ने निकाला है जो तमिलनाडु के हैं और वाराणसी में रहते हैं।


विहिप नेता ने बताया कि रामजन्मभूमि परिसर में अंदर बैठने की सीमा सीमित है इसलिए यह तय किया गया है कि प्राण प्रतिष्ठा में आमंत्रित मेहमानों को आधार कार्ड लाना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि प्राण प्रतिष्ठा होने के बाद रामभक्त रामलला का दर्शन अगले दिन कर सकेंगे। उन्होंने बताया कि संभवत: 16 जनवरी से प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम शुरू हो जायेगा। उन्होंने कहा कि वयोवृद्ध अस्वस्थ मेहमानों से ट्रस्ट ने अपील किया है कि रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद ही रामलला का दर्शन करने आयें।


उन्होंने बताया कि रामलला के प्राण प्रतिष्ठा में रामलला मंदिर के आंदोलन में अहम भूमिका निभाने वाले दिवंगत भक्तों के परिजनों को भी प्राण प्रतिष्ठा में आमंत्रित किया गया है। एक सौ से ज्यादा प्रिंट मीडिया व इलेक्ट्रानिक मीडिया के मालिकों को भी आमंत्रित किया गया है।

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