बेगूसराय। केंद्रीय ग्रामीण विकास और पंचायती राज मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की नेतृत्व वाली सरकार देश को विकसित बनाने के लिए विभिन्न योजनाओं-परियोजनाओं के माध्यम से समाज के अंतिम पायदान तक बैठे लोगों का समग्र विकास कर रही है। मोदी सरकार का एकमात्र लक्ष्य है 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाना।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सरकार करीब 34 करोड लोगों को आयुष्मान कार्ड दे चुकी है। 80 करोड लोगों को पीएम गरीब कल्याण योजना के तहत प्रत्येक माह अनाज दिया जा रहा है। पीएम उज्जवला योजना से दस करोड़ 35 लाख लोगों को गैस कनेक्शन दिए गए। 2014 में एलपीजी कनेक्शन की संख्या मात्र 14 करोड़ थी, आज 33 करोड लोग एलपीजी गैस का उपयोग कर रहे हैं।
12 करोड़ किसानों को प्रधानमंत्री किसान सम्मान योजना का लाभ दिया जा रहा है, 14 करोड लोग जल जीवन मिशन से जुड़े। स्वामित्व योजना के तहत दो लाख 80 हजार गांव का ड्रोन सर्वे किया गया तथा नौ करोड़ पार्सल डिजिटाइज्ड हो चुके हैं। सभी लोगों को बैंकिंग का लाभ देने के लिए शुरू किए गए प्रधानमंत्री जनधन योजना में 51 करोड लोगों ने खाता खुलवाया। जिसमें 27 करोड़ महिलाएं हैं, जनधन खाता में दो लाख करोड़ से अधिक राशि जमा है।
सोशल सिक्योरिटी के लिए भी मोदी सरकार काफी काम कर रही है। प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना से 35 करोड़ लोगों को जोड़ा गया, पांच करोड़ लोगों को अटल पेंशन योजना से जोड़ा गया। जबकि 17 करोड़ लोगों को प्रधानमंत्री जीवन ज्योति योजना से आच्छादित किया गया है। प्रधानमंत्री पोषण योजना से 15 लाख स्कूल के 27 करोड़ छात्र-छात्राओं को आच्छादित किया गया है।
2006 से 2014 तक जहां दो करोड़ ग्रामीण आवास बने थे, वहीं 2014 से अब तक तीन करोड़ 27 हजार लाख आवास बन चुके हैं। 22 लाख लोगों ने प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना में आवेदन दिया है। रासायनिक खाद का उपयोग कम करने के लिए पीएम प्रणाम योजना शुरू किया गया तथा राज्यों को अल्टरनेट केमिकल फ्री फर्टिलाइजर के उपयोग के लिए इंसेंटिवाइज किया जा रहा है।
मुद्रा योजना के तहत 25 लाख करोड़ लोन डिस्बर्समेंट किए गए। एक लाख से अधिक स्टार्टअप हैं, यूनिकॉर्न की संख्या एक सौ से अधिक हो गई है। 60 लाख लोगों को स्वनिधि योजना का लाभ मिला है। उन्होंने कहा है कि नरेन्द्र मोदी की सोच है कि देश में चार ही भारी जातियां है, गरीब, युवा, महिला और किसान। मोदी सरकार गरीबों की भलाई के लिए तत्पर है। 2014 में एक्सपोर्ट 19 लाख करोड़ का था, आज 70 लाख करोड़ का है।
2014 में एफडीआई 36 बिलीयन डॉलर था, आज एक सौ बिलियन डॉलर से अधिक हो गया है। 16 लाख करोड़ का बजट बढ़कर 45 लाख करोड़ से अधिक हो गया है। 2014 में इकोनॉमी में देश का ग्लोबल साइज दसवां था, आज पांचवां है और 2030 तक तीसरा हो जाएगा। ग्लोबल जीडीपी में भारत का शेयर 2.6 प्रतिशत से बढ़कर 3.2 प्रतिशत हो गया है। स्टार्टअप में 25 गुना से अधिक की वृद्धि हुई है।
गिरिराज सिंह ने कहा कि 2014 में 10-11 किलोमीटर सड़क का रोज हो रहा था, आज सड़क निर्माण की गति 40 किलोमीटर प्रतिदिन तक पहुंच गई है। 42 लाख करोड़ से अधिक का डीबीटी किया गया। 302 बिलियन डॉलर का फॉरेन रिजर्व छह सौ बिलियन डॉलर से अधिक हो गया है। उन्होंने कहा कि सात दशकों में शिक्षा के विस्तार बना नव वर्ष का विस्तार देखे तो कई बड़ी उपलब्धि मिली है।
उन्होंने कहा है कि 1947 से 2014 तक देश में सात एम्स बनाए गए थे, आज 22 एम्स है। देश में मेडिकल कॉलेज की संख्या 641 से बढ़कर 1341 हो गई है। इन कॉलेजों में मेडिकल सीट 82 हजार 466 से बढ़कर एक लाख 52 हजार 129 हो गया है। आईआईटी की संख्या 16 से बढ़कर 23 हो गया है। आईआईएम की संख्या भी 13 से बढ़कर 20 हो गया है। 2014 में देश में 723 विश्वविद्यालय था, लेकिन आज 1113 विश्वविद्यालय हैं।