Monday, April 21, 2025

अयोध्या में कुर्सी पर बैठा बंदर,इंस्पेक्टर ने किया सैल्यूट

अयोध्या। अयोध्या से वायरल हो रही यह तस्वीर सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बनी हुई है। इस तस्वीर में एक पुलिस अधिकारी (एसएचओ) एक बंदर को सलामी देते हुए नजर आ रहे हैं। यह दृश्य लोगों के बीच काफी दिलचस्पी पैदा कर रहा है। यह तस्वीरें और घटना यह दिखाती है कि कैसे जानवरों के साथ हमारे संबंध कभी-कभी बेहद खास और अनोखे हो सकते हैं।

अयोध्या में राम जन्म भूमि थाना में हुई इस अनोखी घटना ने लोगों का ध्यान आकर्षित किया है। स्वतंत्रता दिवस के मौके पर, जब पूरा देश देशभक्ति के जश्न में डूबा हुआ था, तब अयोध्या में एक बंदर द्वारा पुलिस स्टेशन में एसएचओ देवेंद्र कुमार की कुर्सी पर बैठने की घटना ने सभी का ध्यान खींचा।

 

एसएचओ देवेंद्र कुमार ने जब उस बंदर को देखा, तो उनके मन में उसके प्रति एक अद्भुत स्नेह उमड़ पड़ा, और उन्होंने उसे सलामी दी। इस दिलचस्प और प्यारी घटना की तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो गई है और यह चर्चा का विषय बन गई है। यह घटना न केवल हंसी-मज़ाक का कारण बनी, बल्कि यह दर्शाती है कि जानवरों के साथ हमारा संबंध कितना गहरा और आत्मीय हो सकता है। एसएचओ देवेंद्र पांडे और बंदर की तस्वीर को काफी लोग पसंद कर रहे हैं। तस्वीर में बंदर ने कुर्सी के हत्थे को पकड़कर रखा है। सामने टेबल रखी हुई है और उसपर कुछ फाइलें भी, और साइड में बंदर को एक पुलिस अफसर सेल्यूट कर रहा है। ऐसा लग रहा है मानों कार्यालय के सारे कामकाज के ऑर्डर बंदर ही एसएचओ साहब को दे रहा है। रामनगरी अयोध्या में बंदरों की संख्या काफी है। लोग उन्हें हनुमान से जुड़ा हुआ मानकर पूजा आदर का भाव रखते हैं।

यह भी पढ़ें :  बाबा साहेब के आदर्शों को आत्मसात करना चाहिए - भूपेन्द्र चौधरी

 

यह घटना अयोध्या में हुई, जहाँ थाना राम जन्मभूमि के एसएचओ देवेंद्र पांडे ने स्वतंत्रता दिवस के मौके पर एक खास अनुभव साझा किया। जब उन्होंने सुबह थाने में झंडा फहराया और अपनी कुर्सी पर लौटे, तो देखा कि एक बंदर पहले से ही उनकी कुर्सी पर बैठा हुआ था। अयोध्या में बंदरों को पवन पुत्र हनुमान का रूप माना जाता है, और इस धार्मिक मान्यता के चलते एसएचओ ने बंदर को प्रणाम किया और सलामी भी दी। देवेंद्र पांडे ने खुद को हनुमान का भक्त बताया और इसे प्रभु की माया मानते हुए स्वतंत्रता दिवस के दिन हनुमान जी का आशीर्वाद प्राप्त होने की बात कही। यह घटना धार्मिक आस्था और स्वतंत्रता दिवस के उत्सव के बीच एक अनूठा संगम प्रस्तुत करती है।

- Advertisement -

Royal Bulletin के साथ जुड़ने के लिए अभी Like, Follow और Subscribe करें |

 

Related Articles

STAY CONNECTED

76,719FansLike
5,532FollowersFollow
150,089SubscribersSubscribe

ताज़ा समाचार

सर्वाधिक लोकप्रिय