नोएडा। कावड़ यात्रा आज से शुरू हो गई है। हरिद्वार से कांवड़िए 10 अगस्त के बाद वापस लौटने लगेंगे। नोएडा दिल्ली और हरियाणा को जोड़ता है। ऐसे में दिल्ली के ओखला, बदरपुर, सरिता विहार और हरियाणा के अधिकतर श्रद्धालु नोएडा होकर ही एनएच-9 होते हुए हरिद्वार जाएंगे और वापस आएंगे। इन सभी रूट की निगरानी इंटीग्रेटेड सीक्यूरिटी ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम के जरिए कमांड कंट्रोल रूम से की जाएगी। आईएसटीएमएस के तहत नोएडा में 1043 से ज्यादा कैमरे लगाए गए है।
प्राधिकरण डीजीएम एसपी सिंह ने बताया कि नोएडा के सभी चौराहे और संवेदनशील मार्ग इन कैमरों की जद में है। अगर यातायात पुलिस की ओर से डिमांड की जाती है, तो जहां वे कहेंगे, वहां भी कैमरे लगा दिए जाएंगे। उन्होंने बताया कि निगरानी की जरूरत जल लेकर वापस लौट रहे कावड़ियों के मार्ग की होती है, ताकि कोई अप्रिय घटना न हो सके। प्राधिकरण के डीजीएम राजेश कुमार के मुताबिक नोएडा में अधिकतम श्रद्धालु सेक्टर-14ए के शनि मंदिर में जल चढ़ाते हैं। यहां विशेष इंतजाम किए जाते है। इसलिए यहां एक विशेष कंट्रोल बनाया जाता है। हर साल की तरह यहां भी सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे।
इन कैमरों को डिमांड के अनुसार इंस्टॉल किया जाएगा। ओखला पक्षी विहार के रास्ते पर डीएनडी पुल और चिल्ला बार्डर के पास अस्थायी पुलिस चौकी बनाई जाएगी। यहां सिविल पुलिस कर्मियों के साथ ट्रैफिक पुलिस कर्मी भी तैनात रहेंगे। ओखला पक्षी विहार के रास्ते में दो स्थानों पर कावड़ शिविर लगाए जाएंगे। इसके अलावा शनि मंदिर व डीएनडी के नीचे भंडारा लगाया जाएगा। यहां करीब 1 हजार कावड़ियों के ठहरने की व्यवस्था रहेगी।
इसके अलावा मामूरा, छिजारसी में भी शिविर लगाए जाएंगे। नोएडा मे करीब 200 से ज्यादा समिति है, जो कावड़ लेने हरिद्वार जाती है। यानी करीब 15 हजार लोग हर साल कावड़ यात्रा करते है। नोएडा सेंटर पाॅइंट होने से दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान के लोग भी नोएडा होकर ही निकलते है। ऐसे में यहां कावड़ियों की बड़ी संख्या दिखती है।