ग्वालियर। शहर के गार्डन होम्स सोसायटी में वृद्ध मां-बेटी की हत्या का पुलिस ने चौबीस घंटे से भी कम समय में पर्दाफाश करते हुए चारों आरोपियों को पकड़ लिया है। मुख्य आरोपी इरफान ने नौकरी से निकालने से नाराज होकर अपने दोस्तों के साथ मिलकर मां-बेटी को मौत के घाट उतारा था। हत्या करने के बाद आरोपी घर से मोबाइल और गहने भी लूटकर ले गए थे। आरोपी हैदारबाद भागने की फिराक में थे उससे पुलिस ने ताबड़तोड़ दबिश देकर अभिरक्षा में ले लिया। चारों आरोपियों को रिमांड पर लेकर पुलिस पूछताछ कर रही है।
पुलिस अधीक्षक धर्मवीर सिंह ने बुधवार को बताया कि विश्वविद्यालय थाना क्षेत्र स्थित गार्डन होम्स के फ्लैट नम्बर 322 में रहने वाली इंदु पुरी 81 वर्ष और उनकी बेटी रीना भल्ला 56 वर्ष की बदमाशों ने सोमवार हत्या कर दी थी। पुलिस ने हत्या करने वाले इरफान पुत्र इकबला खान निवासी वार्ड नम्बर 17 कीरतपुरा गोहद चौराहा भिंड, अंकुर पुत्र शिवशंकर झा गोहद कस्बा, प्रमोद पुत्र महावीर माथुर निवासी बबलीपुरा कठवां हाजी थाना गोहद और छोटू पुत्र वीरेन्द्र जाट निवासी ग्राम ऐंचया कठमां हाली थान गोहद भिंड को दबोच लिया है। रीना भल्ला की दुकान पर इरफान खान काम करता था जिसे उन्होंने छह माह पहले नौकरी से निकाल दिया था। इस बात पर रीना की इरफान से कहासुनी भी हो गई थी। दोनों के बीच रुपयों में हेरफेर करने को लेकर झगड़ा भी हो गया था। इसी बात की इरफान अपने मन में टसन रख ली और उसने बदला लेेने की ठान ली थी। इरफान ने अपने साथियों को रीना के घर लूटपाट करने की योजना बनाई। अंकुर प्रमोद और छोटू रीना के घर लूटपाट करने के लिए राजी हो गए। बीते कल चारों इकट्ठे होकर रीना के घर पहुंच गए। यहां पर इरफान अंकुर, प्रमोद और छोटू ने पहले इंदु पुरी और रीना भल्ला को मौत के घाट उतार दिया। हत्या करने के बाद चारों आरोपी गोहद भाग गए थे। वह हैदराबाद भागने की योजना बना रहे थे तभी पुलिस ने दबिश देकर इरफान व अंकुर दबोच लिया। जबकि प्रमोद व छोटू जाट भोपाल भाग गए थे उनको दबिश देकर वहां से पकड़ा। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से लूटी गई सोने की चेन चूडिय़ा और मोबाइल बरामद कर लिया है। पुलिस घटना के बारे में रिमांड पर लेकर पूछताछ कर रही है।
ऐसे दिया घटना को अंजाम: रात 8:40 बजे इरफान सबसे पहले पैदल जाता सीसीटीवी कैद हुआ। उसके पीछे ही अंकुल व छोटू और इनके पीछे प्रमोद चल रहा था। चारों फ्लैट के अंदर पहुंचे तो इंदु पुरी पलंग पर बैठी हुई थीं। जब उनसे इरफान ने लूटपाट करने के लिए चाबी मांगी तो मना कर दिया। चाबी नहीं मिलने पर इरफान ने अपने साथियों के साथ मिलकर वृद्धा इंदु पुरी की मुंंह नाक दबा दिए जिससे उनकी दम घुटने से मौत हो गई। जब बदमाश वृद्धा की हत्या कर रहे थे तभी बाहर से बेटी रीना भल्ला भी आ गई। रीना को सामने देखते ही इरफान और उसके साथियों ने हत्या का राजफाश होने के भय से उसे भी पटक लिया। रीना इरफान व तीनों बदमाशों से भिड़ गई लेकिन संख्या में ज्यादा होने के कारण उन्होंने पलंग पर पटक लिया और उसकी भी हत्या कर दी। मां-बेटी की हत्या करने के बाद उनके गले से सोने की चेन, हाथ में पहने सोने की चूडिय़ां व मोबाइल लूटा और कमरे में जो तलाशी में हाथ आया उसे लेकर भाग गए।