गाजियाबाद। पुलिस ने टीला मोड़ थानाक्षेत्र में दो साल की बेटी का शव गोद में लिए घूम रही महिला को दिल्ली के एक अस्पताल में भर्ती कराया था। बच्ची के शव का पोस्टमार्टम रिपोर्ट कराया गया तो पता चला कि शव चार दिन पुराना था और बच्ची की मौत सीने व सिर में चोट लगने के कारण हुई थी। पुलिस मामले की जांच में जुट गई। पता चला कि मानसिक विक्षिप्त महिला को असली नाम पिंकी है और वह अपनी बच्ची को बुरी तरह मारती पीटती थी।
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अब पिंकी के पिता रामवृक्ष ने बेटी के खिलाफ नातिन की हत्या का मुकदमा दर्ज कराया है। महिला ने पुलिस को गलत नाम बताए थे जब टीला मोड़ थानाक्षेत्र में पेट्रोल पंप के पास कुछ लोगों ने बच्ची का शव लिए मानसिक विक्षिप्त महिला को घूमते देखा तो पुलिस को सूचना दी थी। सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस को महिला ने अपना नाम सुनीता और सीमा बताया था और बेटी का कीर्ति, जबकि महिला का असली नाम पिंकी और बेटी का बबीता है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पता चला है कि बेटी की मौत चार दिन पहले हो चुकी थी।
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ठीक नहीं है महिला की मानसिक हालत एसीपी शालीमार गार्डन सलोनी अग्रवाल ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में बच्ची के सीने और सिर पर चोट के निशान मिले तो पुलिस ने हत्या का मामला मानकर जांच शुरू कर दी। पूछताछ में पता चला कि पिंकी नाम की महिला, जो कुटी में झुग्गी झोपड़ी में रहती है, मानसिक रूप से कमजोर है। वह अक्सर पर दो साल की बेटी को मारती थी, उसके पति की भी मानसिक हालत ठीक नहीं है। महिला की गिरफ्तारी को लेकर चिकित्सकीय सलाह ली जा रही है। 4 दिसंबर को बेटी को लेकर निकली थी पुलिस को पूछताछ के दौरान पता चला कि पिंकी ने 4 दिसंबर को अपनी बेटी बबीता को लेकर झुग्गी से निकल गई थी, फिर वापस नहीं लौटी।
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चार दिन तक बेटी का शव गोद में लिए घूमती रही, उसके बाद सूचना पर पुलिस ने महिला को पहले नोएडा के एक आश्रय स्थल भेजा और फिर दिल्ली के एक अस्पताल में भर्ती कराया। दूसरी ओर बच्ची के शव को पोस्टमार्टम कराया। पोस्टमार्टम में बच्ची के सिर और सीने पर चोट मिले थे। पूछताछ में परिवार वालों ने बताया कि पिंकी ही बच्ची को मारती थी, कई बार उसे ऐसा करने से रोका भी गया लेकिन वह आदत से मजबूर थी। पिता रामवृक्ष की ओर से बेटी के खिलाफ हत्या का मुुकदमा दर्ज कराया गया है।