नई दिल्ली। बांग्लादेश के सीनियर क्रिकेटर शाकिब अल हसन का नाम एक हत्या केस की एफआईआर में 156 लोगों के साथ दर्ज किया गया है। ढाका के अडाबर इलाके का यह केस इस महीने की शुरुआत में छात्रों द्वारा किए गए विरोध प्रदर्शन से जुड़ा है।
क्रिकबज की एक रिपोर्ट के अनुसार, यह एफआईआर 22 अगस्त को रुबेल के पिता रफीकुल इस्लाम द्वारा दर्ज कराई गई थी, जिसमें 154 स्थानीय अवामी लीग के नेताओं और कार्यकर्ताओं के नाम हैं, जिन्हें उनके बेटे की 7 अगस्त को हुई मौत के लिए जिम्मेदार ठहराया गया है। इसमें शाकिब और तत्कालीन प्रधानमंत्री शेख हसीना का नाम भी शामिल है, जो बाद में भारत चली गईं।
रिपोर्ट में कहा गया, “इसके अलावा, 400-500 अज्ञात लोगों को भी इस केस में आरोपी बनाया गया है।”
केस के मुताबिक, रुबेल 5 अगस्त को सरकारी नौकरियों में आरक्षण सुधार की मांग कर रहे छात्र आंदोलन के शांतिपूर्ण प्रदर्शन में शामिल हुआ था। हसीना और अन्य आरोपियों के आदेश पर, अज्ञात लोगों ने प्रदर्शन कर रहे छात्रों पर गोली चला दी। इस घटना में रुबेल के सीने में दो गोलियां लगीं, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया और बाद में उसकी मौत हो गई।
चार्जशीट के अनुसार, शाकिब को इस एफआईआर में आरोपी नंबर 28 के रूप में दर्ज किया गया है। यह घटना ढाका के अडाबर इलाके की है। हालांकि, शाकिब उस समय बांग्लादेश में नहीं थे, क्योंकि वह कनाडा के ब्रैम्पटन में ग्लोबल टी20 कनाडा लीग में बांग्ला टाइगर्स मिसिसागा टीम के लिए खेल रहे थे। इससे पहले, शाकिब लॉस एंजेलिस नाइट राइडर्स के लिए मेजर लीग क्रिकेट (एमएलसी) के दूसरे सीजन में खेल रहे थे।
शाकिब को पिछले आम चुनाव में अपने गृह नगर माघुरा-2 निर्वाचन क्षेत्र से अवामी लीग सदस्य के रूप में संसद सदस्य चुना गया था। लेकिन अवामी लीग सरकार के भंग होने के बाद से वह बांग्लादेश नहीं लौटे हैं।
वर्तमान में, बांग्लादेश में मोहम्मद युनुस के नेतृत्व में एक अंतरिम सरकार द्वारा चलाई जा रही है, जिसके चलते फारूक अहमद बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड (बीसीबी) के नए प्रमुख बने हैं। इस बीच, शाकिब इस समय पाकिस्तान के खिलाफ रावलपिंडी में पहले टेस्ट में खेल रहे हैं।