मुजफ्फरनगर। थाना सिविल लाइन पुलिस ने एसओजी के साथ संयुक्त कार्रवाई करते हुए बाइक और कार चुराने वाले गैंग के 9 सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया है। उनके कब्जे से चुराई गई 13 बाइक और 4 कारें भी बरामद की गई हैं। गैंग के सदस्य उत्तराखंड और मुजफ्फरनगर सहित विभिन्न जनपदों को अपना निशाना बना रहे थे।
मुजफ्फरनगर पुलिस ने वाहन चोर गैंग के विरुद्ध चलाए गए अभियान के तहत बड़ी सफलता हासिल की है। थाना सिविल लाइन पुलिस और एसओजी ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए वाहन चोर गैंग को दबोच लिया।
एसएसपी संजीव सुमन ने बताया कि उन्होंने थाना पुलिस को वाहन चोरों के विरुद्ध विशेष अभियान चलाकर धरपकड़ के निर्देश दिए थे। थाना सिविल लाइन पुलिस के अनुसार बागोवाली से मदीना चौक की ओर जाने वाली सड़क पर बझेड़ी अंडरपास के समीप शक के आधार पर 3 लोगों को दबोचा गया। जिन्होंने बताया कि वह चोरी की बुलेट बाइक बेचने जा रहे थे।
एसएसपी ने बताया कि दबोचे गए बदमाशों से जानकारी मिलने पर एसओजी और थाना सिविल लाइन पुलिस ने कार्रवाई करते हुए कार और बाइक चुराने वाले गैंग के कुल 9 सदस्यों को गिरफ्तार किया है, जिनमें अमित और सुमित बंसल पुत्रगण राकेश बंसल निवासी पटेल नगर नई मंडी, मारू का निवासी भारत नगर रुड़की जनपद हरिद्वार, रिशु पुत्र विक्रम निवासी पुरकाजी, दिलशाद निवासी योगेंद्रपुरी थाना शहर कोतवाली क्षेत्र, ताज़ीम निवासी रामपुर चुंगी रुड़की जनपद हरिद्वार, मुशर्रफ निवासी कसमपुरा पथरी जनपद हरिद्वार और मुनीर निवासी कलियर रुड़की जनपद हरिद्वार शामिल है।
पुलिस ने दबोचे गए वाहन चोर गैंग के 9 सदस्यों से बामनहेड़ी रुड़की रोड के समीप स्थित खंडहर से चोरी की 4 कार
और 13 बाइक बरामद की है। पुलिस के अनुसार बदमाशों ने बताया कि वे वायरिंग के तार काटकर गाडिय़ों को स्टार्ट कर लेते थे। चुराकर सस्ते दामों पर बेचते थे, या वह मजबूरी बताकर गिरवी रख देते थे।
पुलिस के मुताबिक यह गैंग ज्यादातर एनसीआर में वाहन चोरी की घटनाओं को अंजाम देता था पूछताछ में इन अभियुक्तों ने बताया है कि वह गाड़ी चोरी करने के लिए साइड का छोटा शीशा तोड़कर कार के अंदर प्रवेश करते थे जिसके बाद यह लोग अलार्म की तार काटकर जहां कार चोरी की घटना को अंजाम देते थे तो वही बाइक चोरी करने से पहले यह लोग सड़कों और कॉलोनियों में घूम कर रेकी किया करते थे जिसके बाद ये शातिर चोर रात या दिन में मौका पाते ही बाईक चोरी की घटनाओं को अंजाम देते थे।
चोरी के वाहनों के फर्जी कागज तैयार कर ये गिरोह इन्हे मार्केट में बेचने का काम करता था और इन वाहनों को बेचकर जो पैसा मिलता था उन्हें ये आपस में बांट लिया करते थे।बहराल गिरफ्तार में आये इन शातिर चोरों को पुलिस ने पूछताछ के बाद जेल भेज दिया है।