लखनऊ – लोकसभा चुनाव 2024 में विजय हासिल करने के लिए भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) संगठनात्मक ढ़ांचे को मजबूत कर रही है। प्रदेश व क्षेत्र स्तर पर बदलाव के बाद अब भाजपा जिला संगठन में भी फेरबदल करने की तैयारी में है। महासंपर्क अभियान की समाप्ति 15 जुलाई के बाद भाजपा के करीब 40 से अधिक जिलाध्यक्ष बदल दिए जाएंगे।
इस प्रक्रिया को आगे बढ़ाने के लिए प्रदेश भाजपा अध्यक्ष भूपेन्द्र चौधरी ने सभी जिलों में पर्यवेक्षक नियुक्त कर दिए हैं। पार्टी की ओर से नियुक्त पर्यवेक्षक 15 जुलाई तक अपनी रिपोर्ट प्रदेश को सौंपेंगे। पर्यवेक्षक जिलों से कम से कम तीन और अधिकतम पांच नामों की सूची प्रदेश महामंत्री संगठन धर्मपाल को सौंपेंगे। प्रदेश के पदाधिकारी पर्यवेक्षकों द्वारा सौंपे गये नामों पर ही विचार करेंगे। इसी आधार पर जिलाध्यक्षों के नाम की घोषणा होगी।
अच्छा काम करने वाले जिलाध्यक्षों को दोबारा मौका दिया जा सकता है। वहीं कुछ जिलों में लम्बे समय से जिलाध्यक्ष की कुर्सी पर काबिज नेताओं को हटाया जाएगा।
सामाजिक समीकरण को ध्यान में रखते हुए जिला या महानगरों में जिला अध्यक्ष के लिए पिछड़ा या अनुसूचित वर्ग का भी प्रतिनिधित्व हो, इसका भी ध्यान रखा जाएगा।
जिलाध्यक्षों के दावेदारों ने लखनऊ का चक्कर लगाना शुरू कर दिया है। दूसरी तरफ प्रदेश की ओर से नियुक्त पर्यवेक्षक जिलों में जाकर संगठन की टोह ले रहे हैं। पार्टी के पर्यवेक्षक जिला कार्यकारिणी के अलावा मण्डल स्तर के कार्यकर्ताओं से भी फीडबैक ले रहे हैं। इसके अलावा पार्टी के पुराने कार्यकर्ता जो वर्तमान में सक्रिय नहीं हैं, उनसे भी मिलकर जिला संगठन के नेताओं के बारे में जानकारी हासिल कर रहे हैं।