नई दिल्ली| संसद के बजट सत्र को लेकर विपक्षी दलों के तेवरों और तैयारियों के बीच भाजपा ने पहले एनडीए के सहयोगी दलों और बाद में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं और मोदी सरकार के दिग्गज मंत्रियों की बैठक में सत्र को लेकर रणनीति पर गहन विचार विमर्श किया।
बजट सत्र को लेकर सर्वदलीय बैठक करने के बाद भाजपा ने संसद सत्र की रणनीति को लेकर एनडीए की बैठक में अपने सभी सहयोगी दलों के साथ सत्र की रणनीति को लेकर विचार विमर्श किया। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में हुई एनडीए की बैठक में अपना दल से केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल, आरपीआई से केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले के अलावा अन्य कई घटक दलों के नेता शामिल हुए।
एनडीए की बैठक के बाद मीडिया से बात करते हुए केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रल्हाद जोशी ने बताया कि बैठक में सभी सहयोगी दलों ने तमाम मुद्दों पर सदन में भाजपा और सरकार का समर्थन देने की बात कही। उन्होंने कहा कि एनडीए में शामिल कई छोटे दलों के नेताओं ने सदन में चर्चा के दौरान भाजपा से अपने कोटे में से कुछ समय उन्हें देने की मांग की क्योंकि संख्या की वजह से इन छोटे दलों को ज्यादा समय नहीं मिल पाता है। जोशी ने बताया कि भाजपा ने अपने सहयोगी दलों की मांग मान कर अपने कोटे में से आधे घंटे का समय सहयोगी दलों को देने का आश्वासन दिया है।
एनडीए की बैठक के बाद भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने बजट सत्र के दौरान रणनीति को लेकर अलग से सरकार के मंत्रियों और भाजपा नेताओं के साथ अहम बैठक की। बैठक में जेपी नड्डा के अलावा रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल, प्रल्हाद जोशी,धर्मेंद्र प्रधान, भूपेंद्र यादव, अश्वनी वैष्णव, अर्जुन राम मेघवाल, राकेश सिंह और लक्ष्मीकांत वाजपेयी शामिल हुए। भाजपा नेताओं की इस उच्चस्तरीय बैठक में बजट सत्र को लेकर पार्टी और सरकार की रणनीति पर चर्चा की गई।