नयी दिल्ली- उत्तर-पश्चिम भारत में बढ़ती गर्मी के बीच लोक सभा चुनाव के दूसरे चरण में शुक्रवार को 88 सीटों पर करीब 61 प्रतिशत वोट डाले गये। पहले चरण में 102 सीटों पर 63.4 प्रतिशत के करीब मतदान हुआ था।
बारह राज्यों और केन्द्र शासित जम्मू-कश्मीर की कुल 88 सीटों पर मतदान का कुल प्रतिशत पहले चरण से भी कम रहा । दूसरे चरण में उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र में मतदान का प्रतिशत राष्ट्रीय औसत से काफी कम रहा जबकि जबकि त्रिपुरा, मणिपुर, छत्तीसगढ़ पश्चिम बंगाल और जम्मू-कश्मीर में 70 से लगभग 79 प्रतिशत के दायरे में मतदान हुआ।
निर्वाचन आयोग के रात सात बजे तक के मतदान के आंकड़ों के अनुसार उत्तर प्रदेश में 54.83 प्रतिशत, बिहार में 54.91 प्रतिशत महाराष्ट्र में 54.34 प्रतिशत और मध्यप्रदेश में 56.60 प्रतिशत वोट पड़े, जबकि केरल में 65.28 प्रतिशत राजस्थान में भी मतदान का प्रतिशत 63.74 रहा।
त्रिपुरा में सर्वाधिक 78.63 प्रतिशत मतदान हुआ। मणिपुर में 77.18 प्रतिशत,छत्तीसगढ़ में 73.05 प्रतिशत,पश्चिम बंगाल 71.84 प्रतिशत,जम्मू-कश्मीर 71.63 प्रतिशत,असम 70.78 प्रतिशत मतदान हुआ।
इसके साथ ही 543 सदस्यीय लोकसभा की 190 सीटों पर मतदान संपन्न हो गया है। चौदह राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों की सभी सीटों पर मतदान कराया जा चुका है।
तीसरे चरण का मतदान सात मई को होगा। आयोग ने एक विज्ञप्ति के अनुसार कुल मिलाकर मतदान शांतिपूर्ण रहा। छत्तीसगढ़ में बस्तर डिवीजन के 102 गांवों के मतदाताओं ने पहली बार लोकसभा के चुनाव में वोट डाले।
मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार और उनके सहयोगी निर्वाचन आयुक्त् ज्ञानेश कुमार तथा सुखवीर सिंह संधू ने राजधानी में आयोग के मुख्यालय में स्थापित नियंत्रण कक्ष के माध्यम से दूसरे चरण की मतदान प्रक्रिया की निगरानी की। आयोग के अनुसार दूसरे चरण में एक लाख मतदान केन्द्रों पर वेब कास्टिंग की गयी। बिहार के बांका, मधेपुरा, खगड़िया और मुंगेर के बहुत से मतदान केन्द्रों पर मतदान का अंतिम समय चार बजे के बजाय शाम छह बजे बढ़ा दिया गया था ताकि मतदाता तेज गर्मी से बच सकें।
छत्तीसगढ़,राजस्थान, मध्यप्रदेश, जम्मू-कश्मीर, त्रिपुरा और मणिपुर तथा अन्य जगहों पर विभिन्न मतदान केन्द्रों पर पुरुष और महिलायें अपने परम्परागत परिधानों में आकर लोकतंत्र के इस महापर्व की छटा को और वैविध्य किया।
कर्नाटक में वरुणा निर्वाचन क्षेत्र के एक मतदान केन्द्र की टीम ने मतदान शुरू होने से पहले परम्परागत वेशभूषा में मतदाताओं का स्वागत किया। कई मतदान केन्द्रों पर सुरक्षा कर्मी वृद्ध और दिव्यांग मतदाताओं की सहायता करते देखे गये।
छत्तीसगढ़ के महासमुंद के कुल्हाड़ी घाट गांव की कुछ महिला मतदाता कामार पी वी टी जी मतदान केन्द्र पर अपने शिशुओं के साथ वोट डालने आयीं थी। पहली बार मतदान का अधिक प्राप्त करने वाले युवा मतदाताओं को कई जगह वोट डालने के बाद खुशी से सेल्फी लेते देखा गया।
त्रिपुरा में दूरदराज के धलाई विधानसभा क्षेत्र के राइमा घाटी में एक मतदान केन्द्र पर मतदातानावों से वोट डालने पहुंचे थे। सेवानिवृत्त एयर मार्शल पी वी अय्यर बेंगलुरु में एक मतदान केन्द्र पर पहले घंटे में मतदान किया।
राजस्थान में डूंगरपुर के बदगामा, चिखली मतदान केन्द्र के कुछ मतदाताओं को नाला पार करने के लिये डोंगी लगायी गयी थी।
केरल में मतदान प्रक्रिया के दौरान एक बूथ एजेंट सहित चार लोगों की मौत हो गयी। कर्नाटक में बेंगलुरु के जेपी नगर के एक केन्द्र पर मतादाओं की कतार में लगी एक अधेड़ महिला को दिल का दौरा पड़ा। उसी कतार में अपनी बारी की प्रतीक्षा कर रहे एक चिकित्सक ने तत्काल उसकी सहायता की और उसे पुलिसकर्मियों की मदद से अस्पताल
में भर्ती कराया गया।
दूसरे चरण में 88 सीटों पर कुल 15.88 करोड़ से अधिक मतदाता पंजीकृत हैं, जिनके वोट पर 1,206 प्रत्याशियों का चुनावी भविष्य तय हो रहा है। इन सीटों के 1.67 लाख मतदान केंद्रों पर निर्वाचन आयोग के निर्देशों के अनुसार कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच मतदान सुबह सात बजे से कराया जा रहा है।
निर्वाचन आयोग ने बिहार के संसदीय निर्वाचन क्षेत्रों बांका, मधेपुरा, खगड़िया और मुंगेर के बहुत कुछ मतदान केन्द्रों पर मतदान समय पूर्वाह्न 07:00 बजे से अपराह्न 04:00 बजे तक और कुछ पर सुबह सात बजे से शाम छह बजे तक चलेगा। इस चरण में जिन उम्मीदवारों का भविष्य ईवीएम मशीनों में दर्ज किया जा रहा है, उनमें कांग्रेस के नेता राहुल गांधी, केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, राजीव चंद्र शेखर, पूर्व केंद्रीय मंत्री शशि थरूर और छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल तथा कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री एच डी कुमारस्वामी भी शाामिल हैं। आयोग के पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार दूसरे चरण में मध्य प्रदेश की बैतूल सीट पर भी चुनाव होना था, लेकिन बहुजन समाज पार्टी (बसपा) उम्मीदवार के निधन के बाद अब इस सीट पर चुनाव सात मई को तीसरे चरण में होगा। आयोग ने निष्पक्ष और शांतिपूर्ण चुनाव कराने के लिये सुरक्षा के व्यापक प्रबंध किये हैं, और उम्रदराज और दिव्यांग मतदाताओं की सुविधा के लिये विशेष प्रबंध किये गये हैं।
दूसरे चरण के चुनाव में केरल की 20, कर्नाटक की 14, राजस्थान की 13, महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश की आठ- आठ , मध्य प्रदेश की छह, असम और बिहार की पांच-पांच, छत्तीसगढ़ और पश्चिम बंगाल की तीन-तीन और जम्मू-कश्मीर, मणिपुर तथा त्रिपुरा की एक-एक सीट पर मतदान हो रहा है। इन पर 1206 कुल प्रत्याशी चुनावी मैदान में भाग्य आजमा रहे हैं।
लोक सभा की कुल 543 सीटों के लिये सात चरणों में कराये जा रहे आम चुनाव की मतगणना चार जून को करायी जायेगी।
पहले चरण में 102 सीटों पर 62.37 प्रतिशत मतदान हुआ था, जो 2019 की तुलना में लगभग तीन प्रतिशत कम है।