पटना। नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) की ओर से आयोजित नीट में कथित धांधली को लेकर छात्रों में आक्रोश देखने को मिल रहा है। परीक्षा को फिर से कराने की मांग को लेकर छात्र संघर्ष कर रहे हैं। इस मामले में छात्रों को विपक्षी दलों का भी साथ मिला है। मुख्य विपक्षी कांग्रेस इस मुद्दे पर केंद्र सरकार को लगातार निशाने पर ले रही है। केंद्र सरकार ने पूरे मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी है और एनटीए के डीजी को पद से हटा दिया है।
एनटीए के डीजी को पद से हटाए जाने के बाद बिहार कांग्रेस अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद अखिलेश प्रसाद सिंह ने प्रतिक्रिया दी है। अखिलेश प्रसाद सिंह ने कहा कि इसका मतलब साफ है कि परीक्षा में बड़े लेवल पर धांधली हुई है। हमलोग जो कह रहे थे, वह साबित हो गया। लेकिन, केवल एनटीए के डीजी को हटाने से कुछ नहीं होगा। इस धांधली की जांच करके जितने लोगों की संलिप्तता है, उन सबको दंड देना चाहिए, ताकि फिर से इस तरह की घटना ना हो।
पढ़ने-लिखने वाले छात्रों के मेरिट के साथ न्याय होना चाहिए। बिहार के मोतिहारी में पुल गिरने पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा कि यह हर रोज की कहानी है। जिस तरह से कॉन्ट्रैक्टर नियुक्त होते हैं और सरकार में काम कर रहे मंत्री, अफसर से उनका संबंध होगा तो इस तरह के काम होते रहेंगे, बिहार के लोगों को देखना चाहिए। बता दें कि मोतिहारी के घोड़ासहन प्रखंड में अमवा से चैनपुर स्टेशन जाने वाली सड़क पर बन रहा पुल शनिवार की रात ध्वस्त हो गया था। इस पुल को करीब डेढ़ करोड़ रुपये की लागत से प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत बनाया जा रहा था।