नोएडा। उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्ध नगर जिले में थाना साइबर क्राइम पुलिस ने एक साइबर अपराधी को गिरफ्तार किया है। आरोपी ने एक चैरिटेबल संस्था के बैंक खाते की गोपनीय जानकारी साइबर अपराधियों को बेचकर चार करोड़ रुपए की साइबर धोखाधड़ी को अंजाम दिया था। पुलिस को लोकल इंटेलिजेंस और गोपनीय सूचना के माध्यम से आरोपी के बारे में जानकारी प्राप्त हुई थी, जिसके आधार पर कार्रवाई करते हुए थाना साइबर क्राइम नोएडा ने आरोपी रजनीश को कस्बा बिलासपुर से गिरफ्तार किया। रजनीश चैरिटेबल संस्था का एकाउंटेंट था और संस्था के कोषाध्यक्ष के रूप में कार्यरत रहते हुए उसने बैंकिंग पासवर्ड, यूजर आईडी और अन्य विवरण साइबर अपराधियों को बेच दिए थे।
पीड़ित ने स्थानीय थाना साइबर क्राइम नोएडा में मामला दर्ज कराया था। जांच के दौरान पता चला कि आरोपी ने संस्था के बैंक खाते की जानकारी साइबर अपराधियों को बेची थी, जिससे उन्होंने देश के विभिन्न राज्यों से लेनदेन कर अवैध धनराशि प्राप्त की और उसका अनुचित उपयोग किया। गौरतलब है कि उक्त बैंक खाते के खिलाफ एनसीआरपी पोर्टल पर विभिन्न राज्यों से कुल 149 शिकायतें दर्ज हैं, जिससे यह स्पष्ट होता है कि खाता व्यापक साइबर अपराधों में उपयोग किया गया है। पुलिस ने आम लोगों की जागरूकता के लिए कुछ सुझाव दिए हैं। इनमें किसी भी साइबर अपराध की स्थिति में तत्काल साइबर क्राइम हेल्पलाइन नंबर 1930 पर कॉल करें या वेबसाइट पर शिकायत दर्ज करें। बैंक कभी भी क्रेडिट कार्ड, डेबिट कार्ड, पैन कार्ड या आधार अपडेट के लिए लिंक नहीं भेजता। अपने बैंक खाते की जानकारी, पासवर्ड या यूपीआई से संबंधित कोई भी जानकारी किसी के साथ साझा न करें, वरना उसका दुरुपयोग हो सकता है